उपायुक्त ने बताया कि हथनीकुण्ड बैराज से लगभग साढे 6 लाख क्यूसिक से अधिक पानी छोड़ा गया है। इस कारण से यह हिदायत जारी की जा रही है, ताकि जान व माल के नुकसान से बचा जा सके। उन्होंने बताया कि लोगों की सुरक्षा के लिए सिंचाई विभाग, राजस्व विभाग तथा पुलिस विभाग को भी अलर्ट पर रखा गया है। इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य विभाग तथा पशु पालन विभाग को भी बाढ़ आने की स्थिति में राहत पहुंचाने के लिए तैयार रहने को कहा गया है और इन सभी विभागों को अगले 48 घंटे डयूटी पर तैनात रहने व अधिकारियों तथा कर्मचारियों को अपना स्टेशन ना छोडऩे के लिए भी आदेश दिए गए है। जिले में यमुना नदी के सभी किनारों पर भी नजर बनाए रखने के लिए कहा गया है। उन्होंने बताया कि प्रशासन द्वारा बाढ आने की स्थिति में सभी प्रकार के बाढ़ राहत उपकरण व साम्रगी की उपलबधता सुनिश्चित कर ली गई है तथा प्रशासन द्वारा बाढ कंट्रोल रूम बनाया गया है।
इन गांवों में जारी किया गया है अलर्ट
उपायुक्त विनय प्रताप सिंह ने इन्द्री खंड के चौगामा, हंसू माजरा, चन्द्राव, गढी बीरबल, नाबियाबाद, जपती छपरा, सैय्यद छपरा, कमालपुर गडरियान, डबकौली खुर्द व डबकौली कलां तथा कुंजपुरा खंड के शेरगढ टापू, जडौली, नबीपुर, कुण्डा कलां आदि गांवों को अलर्ट पर रखा गया है। इसी प्रकार करनाल खंड के जम्मूखाला, मुस्तफाबाद, ढाकवाला गुजरान व दिलावरा तथा घरौंडा खंड के लालूपुरा, सदरपुर, मुण्डी गढी और बलहेडा आदि गावों में यमुना के पानी आने की सूचना जारी की गई है।