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उपजिलाधिकारी शिवकुमार पटियाली कासगंज को सूचना मिली कि एक ट्रक जिसमें सरकारी चावल की बोरियां लदी हैं, कालाबाजारी के लिए ले जाया जा रहा है। एसडीएम तत्काल क्षेत्राधिकारी गवेन्द्र पाल गौतम को साथ लेकर बताए गए स्थान पर पहुंचे। मौके से एसडीएम ने ट्रक को कब्जे में लिया। एक व्यक्ति को भी हिरासत में लिया गया है। उसे गंजडुंडवारा थाने में बिठा दिया है। हिरासत में आये व्यक्ति से बात की गई तो उसने अपना चेहरा छिपा लिया। कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हुआ, जिससे साफ तौर पर यह चावल कालाबाजारी का था।
उपजिलाधिकारी शिवकुमार पटियाली कासगंज को सूचना मिली कि एक ट्रक जिसमें सरकारी चावल की बोरियां लदी हैं, कालाबाजारी के लिए ले जाया जा रहा है। एसडीएम तत्काल क्षेत्राधिकारी गवेन्द्र पाल गौतम को साथ लेकर बताए गए स्थान पर पहुंचे। मौके से एसडीएम ने ट्रक को कब्जे में लिया। एक व्यक्ति को भी हिरासत में लिया गया है। उसे गंजडुंडवारा थाने में बिठा दिया है। हिरासत में आये व्यक्ति से बात की गई तो उसने अपना चेहरा छिपा लिया। कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हुआ, जिससे साफ तौर पर यह चावल कालाबाजारी का था।
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एसडीएम शिवकुमार ने बताया कि ट्रक की तौल कराई गई, जिसमें चावल का वजन 150 क्विंटल है। फिलहाल मामला पूर्ति निरीक्षक विनोद भारती के सुपुर्द कर दिया गया है। पूर्ति निरीक्षक ने ट्रक में लदे चावलों की जांच की।
एसडीएम शिवकुमार ने बताया कि ट्रक की तौल कराई गई, जिसमें चावल का वजन 150 क्विंटल है। फिलहाल मामला पूर्ति निरीक्षक विनोद भारती के सुपुर्द कर दिया गया है। पूर्ति निरीक्षक ने ट्रक में लदे चावलों की जांच की।
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आपको बता दें कि जनपद कासगंज में सरकारी गल्ले की कालाबाजारी का काम जोरों से फल फूल रहा है। निश्चित तौर पर कहीं न कहीं इन काले कारोबारियों के साथ आला अधिकारियों और नेताओ की मिलीभगत है। ऐसे में प्रशासन को जरूरत है कि वो ईमानदारी से कार्य करे, जिससे कालाबाजारी पर रोक लग सके और गरीबों को उनका हक मिल सके।
आपको बता दें कि जनपद कासगंज में सरकारी गल्ले की कालाबाजारी का काम जोरों से फल फूल रहा है। निश्चित तौर पर कहीं न कहीं इन काले कारोबारियों के साथ आला अधिकारियों और नेताओ की मिलीभगत है। ऐसे में प्रशासन को जरूरत है कि वो ईमानदारी से कार्य करे, जिससे कालाबाजारी पर रोक लग सके और गरीबों को उनका हक मिल सके।