ॐ उमा देवीभ्यां नम:।
यह मंत्र मस्तिष्क संबंधी विभिन्न रोगों जैसे सिरदर्द, हिस्टीरिया, याददाश्त जाने आदि में लाभदायी माना जाता है।
आंखों के रोग
इस मंत्र से जातक को मोतियाबिंद सहित रतौंधी, नेत्र ज्योति कम होने आदि की परेशानी में लाभ मिलता है।
हृदय रोग
ॐ नम: शिवाय संभवे व्योमेशाय नम:।
हृदय संबंधी रोगों से अधिकांश लोग पीड़ित होते हैं। इसलिए अगर वे इस मंत्र का जप करें, तो उन्हें लाभ मिलता है।
स्नायु रोग
ॐ धं धर्नुधारिभ्यां नम:।
कान संबंधी रोग
ॐ व्हां द्वार वासिनीभ्यां नम:।
कर्ण विकारों को दूर करने में यह मंत्र आश्चर्यजनक भूमिका निभाता है।
कफ संबंधी रोग
ॐ पद्मावतीभ्यां नम:।
श्वांस रोग
ॐ नम: शिवाय संभवे श्वासेशाय नमो नम:।
पक्षाघात रोग
ॐ नम: शिवाय शंभवे खगेशाय नमो नम:।
कैंसर रोग ॐ नम: शिवाय शंभवे कर्केशाय नमो नम:। यह मंत्र किसी भी तरह के कैंसर रोग में लाभदायक होता है।
प्रस्तुतिः हिमानी दीक्षित, वास्तुविद