तड़प-तड़प कर बेड पर दम तोड़ा
मामला कासगंज कोतवाली क्षेत्र के नदरई गेट उर्मिला हॉस्पिटल का है। बताया जा रहा है कि तीन दिन पूर्व सोरों के मोहल्ला बदरियां निवासी अब्बार रहमान ने अपने चार माह के पुत्र अब्दुल रहमान को भर्ती कराया था, लेकिन उसकी स्थिति जस की तस बनी रही। बच्चे के चाचा राहिद का आरोप है कि अब्दुल रहमान पर चढ़ रही ड्रिप बंद हो गई। तीमरदार ने अस्पताल में मौजूद कंपाउंडर से देखने को कहा, लेकिन कंपाउंडर फोन में लगे रहे। जिससे बच्चे को खून की उलटी होने लगी। फिर बच्चे ने तड़प-तड़प कर बेड पर दम तोड़ दिया। इसके बाद भी कंपाउंडर को कलेजा नहीं पसीजा। यह देख परिजनों को आक्रोश फूट गया। उन्होंने अस्पताल में जमकर बवाल काटा। इसी बीच अस्पताल में मौजूद कर्मी और चिकित्सक फरार हो गए।
मामला कासगंज कोतवाली क्षेत्र के नदरई गेट उर्मिला हॉस्पिटल का है। बताया जा रहा है कि तीन दिन पूर्व सोरों के मोहल्ला बदरियां निवासी अब्बार रहमान ने अपने चार माह के पुत्र अब्दुल रहमान को भर्ती कराया था, लेकिन उसकी स्थिति जस की तस बनी रही। बच्चे के चाचा राहिद का आरोप है कि अब्दुल रहमान पर चढ़ रही ड्रिप बंद हो गई। तीमरदार ने अस्पताल में मौजूद कंपाउंडर से देखने को कहा, लेकिन कंपाउंडर फोन में लगे रहे। जिससे बच्चे को खून की उलटी होने लगी। फिर बच्चे ने तड़प-तड़प कर बेड पर दम तोड़ दिया। इसके बाद भी कंपाउंडर को कलेजा नहीं पसीजा। यह देख परिजनों को आक्रोश फूट गया। उन्होंने अस्पताल में जमकर बवाल काटा। इसी बीच अस्पताल में मौजूद कर्मी और चिकित्सक फरार हो गए।
गोद लिया था बच्चा
अब्बार रहमान पर कोई संतान नहीं थी। इस बच्चे को बहन के जन्म होते ही गोद ले लिया था। इसको लेकर परिवार के लोगों में कोहराम मचा हुआ है। मृतक बच्चे के रिश्तेदार जाहिद की माने तो बच्चे की देखभाल की जगह अस्पताल कर्मियों ने परिजनों से अभद्रता की। उधर बवाल की सूचना पर पहुंची पुलिस ने परिजनों की तहरीर लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
अब्बार रहमान पर कोई संतान नहीं थी। इस बच्चे को बहन के जन्म होते ही गोद ले लिया था। इसको लेकर परिवार के लोगों में कोहराम मचा हुआ है। मृतक बच्चे के रिश्तेदार जाहिद की माने तो बच्चे की देखभाल की जगह अस्पताल कर्मियों ने परिजनों से अभद्रता की। उधर बवाल की सूचना पर पहुंची पुलिस ने परिजनों की तहरीर लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी है।