इस मामले में जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह ने बताया कि नरौरा बैराज से प्रतिदिन पानी छोड़ा जा रहा है। कासगंज, सहावर और पटियाली तहसील के लगभग 72 गांव इससे प्रभावित होते हैं। हाल ही साढ़े तीन लाख क्यूसेक पानी बिजनौर से छोड़ा गया जो जल्द ही कासगंज तक पहुंच जाएगा। हमने गंगा किनारे गांव का निरीक्षण किया। बाढ़ चौकी का निरीक्षण किया है। कहां कहां लोग विस्थापित होकर रहेंगे। नावें कहां लगायी जा रही हैं, उनके खानपान की क्या व्यवस्था है, इन सब का निरीक्षण किया। पीएसी की फ्लड कंपनियों को भी बुलाया जा रहा है। लोगों से अनुरोध है कि वे बाढ़ के खतरे को ध्यान में रखते हुए सावधानी बरतें। जहां पानी भरा है, वहां न जाएं। जिनके गांव में पहले भी बाढ़ आती रही है, वे सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं।
वहीं बाढ़ के खतरे से ग्रामीण भी घबराए हुए हैं। इस मामले में ग्रामीण धर्मेन्द्र सिंह का कहना है कि पानी बहुत तेजी से बढ़ रहा है। यदि ये नहीं रुका तो सैंकड़ो बीघा फसल नष्ट हो जाएगी। वहीं एक अन्य ग्रामीण ठाकुर सोहन सिंह ने बताया कि बाढ़ की स्थिति काफी दयनीय है। बिजनौर डैम से काफी पानी छोड़ा जा रहा है। कई गांव पानी में डूबने की स्थिति में हैं। कई गांव खाली कराने के आदेश दे दिए गए हैं। प्रशासन भी जुटा हुआ है। काफी खेती इसके चलते बर्बाद हो रही है।