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शिवांगी कासगंज कोतवाली के समीपवर्ती गांव कलियानपुर के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की कक्षा आठ की छात्रा थी। शवांगी के पिता राम सहाय चाहते थे कि उनकी बेटी पढ़ लिखकर कुछ बने, लेकिन विद्यालय की लापरवाही ने उनके सपनों को चकनाचूर कर दिया। दरअसल शिवांगी की हालत खराब होने पर विद्यालय प्रशासन की तरफ से उसके इलाज की कोई व्यवस्था नहीं की गई। स्कूल में ही बुखार की गोलियां दी जाती रहीं, जिससे उसकी और हालत खराब हो गई। बाद में उसकी हालत खराब होने पर 100 शैया अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां शिवांगी ने उपचार शुरू होने से पहले ही दम तोड़़ दिया। उधर मौत की सूचना पर पहुंचे शिवांगी के परिजनों ने विद्यालय प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए तीन शिक्षकाओं के खिलाफ तहरीर दी है। जांच के आदेश वहीं आज शनिवार को इसी विद्यालय की छात्रा पूनम पुत्री सत्यप्रकाश की भी हालत खराब हो गई। उसे कासगंज जिला अस्पताल में लाया गया। जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद अलीगढ़ मेडिकल काॅलेज के लिए रेफर किया गया। लगातार बीमारी का शिकार हो रही छात्राओं के मामले में डीएम आरपी सिंह, एसपी अशोक कुमार, बीएसए अंजली अग्रवाल भी मौके पर पहुंच गईं। डीएम ने इस मामले की जांच पड़ताल के निर्देश बीएसए को टीम गठित कर कराये जाने के निर्देश दिए।