शराब माफियाओं के आतंक से तंग आकर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे। वहां प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि स्थानीय पुलिस की शराब माफियाओं से मिलीभगत है। यही कारण है कि नाम बताने के बाद भी पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती है। अरुण कुमार ने बताया कि शिकायतकर्ताओं को ही धमकाया जाता है। आखिर कब तक सबकुछ बर्दाश्त करें। ग्रमीणों ने शराब तस्करों के नाम पर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार को बता दिए हैं। मजबूरी में यहां तक आना पड़ा है। उन्होंने पुलिस अधीक्षक को लिखित रूप से सब बता दिया है। कहा कि कच्ची शराब का धंधा तत्काल बंद कराया जाए।
इस बारे में पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायत गंभीर है। जल्द ही शराब तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। पुलिस को निर्देश दे दिए गए हैं।