2001 से सक्रिय थे
खुलासा करने माहिर कासगंज पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार शुक्ल इनदिनों सुर्खियों में बने हुए हैं। उन्होंने पुलिस कार्यालय में बताया कि गत 26 मार्च को फर्जी सीएम बनकर अधिकारियों को आदेशित करने वाले को जेल भेजा गया था। अब फर्जी डीएम अशोक कुमार निवासी शीतलपुर एटा, अर्जुन निवासी मूल निवासी रामनगर पटियाली, रामनरेश नगला डाढ़ी थाना जथैरा को गिरफ्तार किया है। अशोक कुमार वर्ष 2001 से फर्जी डीएम बनकर लाइसेंस बनाता था। उसके साथी शस्त्र लाइसेंस के शौकीनो को तलाश कर लाता था। 30 हजार रुपये में लाइसेंस बनवा कर किताब को थमा देते थे। बाद वह एटा से एक गन हाउस से असलाह खरीदवा देते थे। तीनों की निशानदेही से सात पुराने, पांच नए फर्जी शस्त्र लाइसेंस की किताबों के अलावा एकनाली, दुनाली बंदूक सहित तीसरी रिवाल्वर बरामद के अलावा भारी मात्रा में फर्जी स्टांप, मोहरें, स्टाम्प पैड बरामद किए है।
खुलासा करने माहिर कासगंज पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार शुक्ल इनदिनों सुर्खियों में बने हुए हैं। उन्होंने पुलिस कार्यालय में बताया कि गत 26 मार्च को फर्जी सीएम बनकर अधिकारियों को आदेशित करने वाले को जेल भेजा गया था। अब फर्जी डीएम अशोक कुमार निवासी शीतलपुर एटा, अर्जुन निवासी मूल निवासी रामनगर पटियाली, रामनरेश नगला डाढ़ी थाना जथैरा को गिरफ्तार किया है। अशोक कुमार वर्ष 2001 से फर्जी डीएम बनकर लाइसेंस बनाता था। उसके साथी शस्त्र लाइसेंस के शौकीनो को तलाश कर लाता था। 30 हजार रुपये में लाइसेंस बनवा कर किताब को थमा देते थे। बाद वह एटा से एक गन हाउस से असलाह खरीदवा देते थे। तीनों की निशानदेही से सात पुराने, पांच नए फर्जी शस्त्र लाइसेंस की किताबों के अलावा एकनाली, दुनाली बंदूक सहित तीसरी रिवाल्वर बरामद के अलावा भारी मात्रा में फर्जी स्टांप, मोहरें, स्टाम्प पैड बरामद किए है।
टीम को मिलेगा पुरस्कार
आपको बता दें कि यह सफलता सोरों कोतवाल रिपुदमन सिंह और स्वाट टीम ने एनआर पब्लिक स्कूल की टीन सेड से एक मुखबिर की सूचना पर गिरफ्तार किया था। फिलहाल एसपी ने तीनों को पूछताछ के बाद जेल भेज दिया है। टीम को 50 हजार रुपये डीआईजी और 25 हजार रूपये एसपी अशोक कुमार ने अपने स्तर से पुरस्कार देने की घोषणा की। उन्होंने इस प्रकरण में जांच पड़ताल कर शामिल होने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए हैं।
आपको बता दें कि यह सफलता सोरों कोतवाल रिपुदमन सिंह और स्वाट टीम ने एनआर पब्लिक स्कूल की टीन सेड से एक मुखबिर की सूचना पर गिरफ्तार किया था। फिलहाल एसपी ने तीनों को पूछताछ के बाद जेल भेज दिया है। टीम को 50 हजार रुपये डीआईजी और 25 हजार रूपये एसपी अशोक कुमार ने अपने स्तर से पुरस्कार देने की घोषणा की। उन्होंने इस प्रकरण में जांच पड़ताल कर शामिल होने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए हैं।