जाम के रहे हालात आपको बता दें कि बैसाखी सोमवती अमावस्या पर्व पर स्नान करने का खास महत्व होता है। मान्यता है कि इस दिन सोरों हरपदीय गंगा, लहरा, कछला, गंगाघाट पर जो श्रद्धालु सच्चे मन से स्नान करता है वह पापों से मुक्त ही नहीं होता, बल्कि स्नान करने से समस्त कार्यों में उन्नति मिलती है। इसलिए सोमवती अमावस्या के मौके पर हजारों की संख्या में राजस्थान, मध्य प्रदेश , गुजरात, उत्तर प्रदेश के अलावा आस पास जिले के लोग यहां स्नान करने के लिए जुटते हैं। जहां श्रद्धालुओं ने सोमवार की भोर से ही गंगा मैया में आस्था की डुबकी लगाकर पूजा अर्चना की और बच्चों के मुंडन संस्कार भी कराकर दान पुण्य किया। उधर श्रद्धालुओं के अतिरिक्त वाहनों की आवा जाही को लेकर कासगंज से कछला घाट तक जगह जगह जाम के हालात बने रहे। हालांकि इस जाम के झाम से निजात दिलाने के लिए यातायातकर्मियों को खासी मशक्त करनी पड़ी और बड़े वाहनों को राजकोल्ड तिराहे से डायवर्ट कर बाई पास से निकाला गया इसके बावजूद वाहनो को रेंग रेंग कर चलना पड़ा।
सम्मान समारोह का आयोजन बाबा साहब आम्बेडकर जन्मोत्सव समिति द्वारा कासगंज शहर के सोरों गेट इलाके में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।इस मौके पर संविधान निर्माता डाॅ. भीमराव आम्बेड़कर के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला और उनके पद चिन्हों पर चलाने का संकल्प लिया, तो वहीं बच्चों ने सांस्कृतिक और रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत कर बाबा साहब का गुणगान किया।