पुलिस सभागार में आयोजित गोष्ठी को संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक कासगंज शिवहरि मीणा ने कहा कि जनपद में सभी थानों पर एक महिला आरक्षी हेल्प डेस्क एवं एक महिला आरक्षी दिवसाधिकारी के रूप में कार्य करेंगी। थाने पर आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को हेल्प डेस्क पर नियुक्त महिला आरक्षी द्वारा बिठाकर सर्वप्रथम पानी पिलवाया जाएगा, बाद में उसकी समस्या को सुना जाएगा। सभी थानों पर आगन्तुक रजिस्टर व जन शिकायत रजिस्टर पहले से ही प्रचलित हैं, यदि नहीं हैं तो तत्काल तैयार कराया जाएगा।
आने वाले प्रत्येक व्यक्ति का विवरण सर्वप्रथम आगन्तुक रजिस्टर में दर्ज होगा। तत्पश्चात उसकी समस्या को सुनकर तत्काल जनशिकायत रजिस्टर में दर्ज किया जाएगा। उक्त जनशिकायत थाना प्रभारी के माध्यम से तत्काल जांच अधिकारी को दी जाएगी जिसका उनके द्वारा समयबद्ध निस्तारण किया जाएगा। कार्रवाई का विवरण जन शिकायत रजिस्टर में दर्ज किया जाएगा।यदि किसी प्रकरण में मुकदमा लिखा जाना आवश्यक है तो तत्काल मुकदमा पंजीकृत किया जाएगा।
जनशिकायत रजिस्टर का अवलोकन प्रत्येक सप्ताह पुलिस अधीक्षक कासगंज द्वारा स्वयं किया जाएगा। इस दौरान उन्होंने कहा कि सभी महिला कर्मचारी प्रतिदिन प्रातः10 बजे से शाम पांच बजे तक थाने पर जनसुनवाई का कार्य करेंगीं। थाना कार्यालय पर मुंशियों को इस कार्य से दूर रखा गया है। थाने के किसी भी कर्मचारी द्वारा कोई भी प्रार्थना पत्र नहीं लिया जाएगा। इस कार्य में किसी भी प्रकार की त्रुटि अथवा लापरवाही पाये जाने पर सम्बन्धित दोषी के विरुद्ध दण्डात्मक कार्रवाई की जाएगी। सभी थानों पर अच्छा कार्य करने वाली महिला आरक्षियों में से तीन महिला आरक्षी का चयन प्रत्येक माह किया जाएगा और उन्हें पुलिस अधीक्षक कासगंज द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा।