इस मामले में सपा नेताओं का कहना है कि भाजपा के एमएलसी एवं मंत्री भगवान हनुमान की जाति व धर्म बताकर विवादित बयान दे रहे हैं। इसके कारण हिंदू धर्म के करोड़ों लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंच रही है। इसको लेकर कोतवाली प्रभारी सोरों रिपुदमन सिंह का कहना है कि तहरीर कोतवाली के प्रशासनिक निरीक्षक को दी गई है। इस मामले को समझकर निर्णय लिया जाएगा।
ये दिया था बयान
भाजपा के एमएलसी बुक्कल नवाब ने हनुमान जी को अपने बयान में मुसलमान बताया था। उन्होंने कहा था कि हनुमान जी मुसलमान थे, इसलिए मुसलमानों में जो नाम रखे जाते हैं – रहमान, रमज़ान, फरमान, ज़ीशान, कुर्बान – जितने भी नाम रखे जाते है, वे करीब-करीब उन्हीं पर रखे जाते हैं।’ उन्होंने कहा कि करीब 100 नाम ऐसे हैं, जो हनुमानजी पर ही आधारित हैं। हिंदू भाई हनुमान जी नाम रख लेंगें, लेकिन सुल्तान नहीं मिलेगा, अरमान, रहमान, रमजान नहीं रख सकते।
ये दिया था बयान
भाजपा के एमएलसी बुक्कल नवाब ने हनुमान जी को अपने बयान में मुसलमान बताया था। उन्होंने कहा था कि हनुमान जी मुसलमान थे, इसलिए मुसलमानों में जो नाम रखे जाते हैं – रहमान, रमज़ान, फरमान, ज़ीशान, कुर्बान – जितने भी नाम रखे जाते है, वे करीब-करीब उन्हीं पर रखे जाते हैं।’ उन्होंने कहा कि करीब 100 नाम ऐसे हैं, जो हनुमानजी पर ही आधारित हैं। हिंदू भाई हनुमान जी नाम रख लेंगें, लेकिन सुल्तान नहीं मिलेगा, अरमान, रहमान, रमजान नहीं रख सकते।
बुक्कल नवाब के बयान के बाद चौधरी लक्ष्मी नारायण का बयान आया था। उन्होंने कहा कि हनुमान जी जाट थे, क्योंकि किसी को भी परेशानी या फिर मुश्किल में पड़ा देखकर जाट किसी को जाने बिना भी बचाने के लिए कूद पड़ता है। आपको बता दें कि हनुमान जी की जाति का सिलसिला राजस्थान में चुनावी जनसभा के संबोधन के दौरान शुरू हुआ था। वहां सीएम योगी आदित्यनाथ ने हनुमान जी को दलित बताया था। तब से लगातार हनुमान जी की जाति को लेकर तमाम विवादित बयानों का सिलसिला जारी है।