आपका सोना उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र या तमिलनाडु चाहे कहीं भी चोरी हुआ हो, इसे ठिकाने लगाने के लिए कासगंज शहर चोरों के लिए एक सुरक्षित जगह बन चुका है। अब तक ऐसे तमाम मामले सामने आ चुके हैं जब किसी दूसरे शहर या प्रदेश से चोरी किए हुए सोने को कासगंज के सर्राफों को बेचा गया।
मथुरा-अलीगढ़ की संयुक्त पुलिस का छापा
हाल ही एक बार फिर मथुरा सर्राफा के यहां से चोरी हुआ सोना कासगंज में बेचे जाने का मामला सामने आया है। गुरूवार शाम तकरीबन पांच बजे मथुरा और अलीगढ़ की संयुक्त पुलिस ने कासगंज में सुभाष न्यारियां और ग्रीश बाबा के प्रतिष्ठान पर छापेमारी की। हालांकि इस छापेमारी के दौरान सुभाष न्यारियां टीम के हत्थे नहीं चढा, लेकिन ग्रीश बाबा के यहां कार्य कर रहे पिंटू नाम के शख्स को पुलिस अपने साथ लेकर रवाना हो गई। सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है कि मथुरा के व्यापारी से इग्लास अलीगढ रोड़ पर लाखों रूपये का सोना और नकदी लूट लिया गया था, जब वह इसे अलीगढ में सप्लाई करने के लिए जा रहे थे। इसी बीच लुटेरों ने उन्हें अपना शिकार बना लिया। बाद में लुटेरों ने यह सोना कासगंज में ग्रीश बाबा के यहां बेचा था, जिसे सुभाष न्यारियां के यहां गलाया गया था।
चोरी, डकैती का सोना खपाने में माहिर जिले के व्यापारी
आपको बता दें कि कासगंज शहर के सर्राफा व्यापारी चोरी डकैती का सोना खपाने में माहिर है। यह कोई पहला मामला नहीं है। पूर्व में आगरा से 20 तोला चोरी हुए सोने को तहसील रोड स्थित संजय गुप्ता पुत्र जयप्रकाश गुप्ता सर्राफा के यहां बेचा गया था। यहां आगरा पुलिस ने छापेमारी कर सर्राफा को हिरासत में लिया था। तब व्यापारियों ने इस छापामारी का विरोध किया था।
हाल ही एक बार फिर मथुरा सर्राफा के यहां से चोरी हुआ सोना कासगंज में बेचे जाने का मामला सामने आया है। गुरूवार शाम तकरीबन पांच बजे मथुरा और अलीगढ़ की संयुक्त पुलिस ने कासगंज में सुभाष न्यारियां और ग्रीश बाबा के प्रतिष्ठान पर छापेमारी की। हालांकि इस छापेमारी के दौरान सुभाष न्यारियां टीम के हत्थे नहीं चढा, लेकिन ग्रीश बाबा के यहां कार्य कर रहे पिंटू नाम के शख्स को पुलिस अपने साथ लेकर रवाना हो गई। सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है कि मथुरा के व्यापारी से इग्लास अलीगढ रोड़ पर लाखों रूपये का सोना और नकदी लूट लिया गया था, जब वह इसे अलीगढ में सप्लाई करने के लिए जा रहे थे। इसी बीच लुटेरों ने उन्हें अपना शिकार बना लिया। बाद में लुटेरों ने यह सोना कासगंज में ग्रीश बाबा के यहां बेचा था, जिसे सुभाष न्यारियां के यहां गलाया गया था।
चोरी, डकैती का सोना खपाने में माहिर जिले के व्यापारी
आपको बता दें कि कासगंज शहर के सर्राफा व्यापारी चोरी डकैती का सोना खपाने में माहिर है। यह कोई पहला मामला नहीं है। पूर्व में आगरा से 20 तोला चोरी हुए सोने को तहसील रोड स्थित संजय गुप्ता पुत्र जयप्रकाश गुप्ता सर्राफा के यहां बेचा गया था। यहां आगरा पुलिस ने छापेमारी कर सर्राफा को हिरासत में लिया था। तब व्यापारियों ने इस छापामारी का विरोध किया था।
चार वर्ष पूर्व तमिलनाडु पुलिस ने मारा था छापा
चार वर्ष पूर्व तमिलनाडु पुलिस ने कासगंज के ही एक प्रतिष्ठित सर्राफा व्यापारी के यहां छापेमारी की थी। उस वक्त सर्राफा ने नौ किलो सोने की ईंट को गला दिया था। यह मामला कासगंज शहर में कई दिनों तक सुर्खियों में रहा था। बताया गया था कि तमिलनाडु प्रदेश में एक शोरूम से चोरी कर उस सोने को कासगंज में लाकर बेचा गया था।
चार वर्ष पूर्व तमिलनाडु पुलिस ने कासगंज के ही एक प्रतिष्ठित सर्राफा व्यापारी के यहां छापेमारी की थी। उस वक्त सर्राफा ने नौ किलो सोने की ईंट को गला दिया था। यह मामला कासगंज शहर में कई दिनों तक सुर्खियों में रहा था। बताया गया था कि तमिलनाडु प्रदेश में एक शोरूम से चोरी कर उस सोने को कासगंज में लाकर बेचा गया था।