पुलिस की लापरवाही से भागे
श्रमिक स्पेशल ट्रेन से कटिहार भेजे जा रहे मजदूरों ने छपरा स्टेशन पर जब बवाल किया तो पुलिस देखती रही। मजदूरों का कहना था कि जब उन्हें छपरा ही आना है तो कटिहार क्यों भेजा जा रहा। हालांकि मजिस्ट्रेट ने बताया कि सभी का कटिहार तक रजिस्ट्रेशन था। इनमें और भी जिलों के मजदूर हैं। सभी को कटिहार से उनके घरों के पास क्वारंटाइन सेंटर में भेजने की व्यवस्था पहले ही से की गई है। मजदूर मानने को तैयार नहीं हुए और छपरा स्टेशन से उतरकर भाग निकले।
अभी तक 301 ट्रेनों से चार लाख पहुंचे
बिहार में चार मई से अभी तक 301 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से 3.75 हजार से अधिक प्रवासी विभिन्न राज्यों से पहुंच चुके हैं। यह आंकड़ा सिर्फ उनका है जो रजिस्ट्रेशन करवाकर विशेष ट्रेनों के जरिए बिहार पहुंचे। रविवार को भी 31 ट्रेनों से अलग अलग राज्यों से अलग अलग समय में 50 हजार प्रवासी पहुंचे। इसके अलावा हर दिन अलग अलग राज्यों से ट्रकों, बसों, ट्रॉलियों, पैदल, ठेलों, रिक्शों, साइकिलों, मोटरसाइकिलों और जुगाड़ गाडियों से पांच लाख से अधिक लोग विभिन्न जिलों में पहुंच चुके हैं। इनमें ऐसे भी बड़ी संख्या में हैं जिनकी कोई जांच नहीं की गई और क्वारंटाइन सेंटरों की जगह ये सीधे घरों में चले गए। सभी की जांच होने की सूरत बनी तो कोरोना संक्रमितों की संख्या बेतहाशा बढ़ सकती है।