गाय की पूंछ नहीं बन सकी वैतरणी
दरअसल चहटपुर निवासी गयासुद्दीन की जान अनोखे करतब के प्रयास में चली गई। जानवरों को तैर कर नदी पार करते हुए देख कर गयासुद्दीन ने भी उनका सहारा लेने का प्रयास किया। यह नासमझी उसे महंगी पड़ गई। गयासुद्दीन गाय की पूंछ पकड़ कर महानंदा नदी को पार करने के प्रयास में जान गंवा बैठा। गाय की पूंछ पकड़ कर नदी में कुछ दूर तक चलने के बाद तेज बहाव के साथ गयासुद्दीन बह गया। बुधवार काफी खोजबीन के बाद उसकी कोई खैर-खबर नहीं मिल सकी। अंतत: गुरुवार को सुबह बेलन्दा के पास उसका शव बरामद हुआ। मृतक के पुत्रों ने उसका पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया। पंचनामा बनाने के बाद पुलिस ने उसका शव परिजनों को सौंप दिया।
जलजनित हादसों में हो चुकी 7 की मौत
इस वर्ष अगस्त तक जलजनित हादसों में कटिहार जिले के कुल सात लोगों की डूबने से मौत हो चुकी है। फलका थाना क्षेत्र मे पहली डूबने की घटना 11 मार्च को निसुन्दरा पुल स्थित बरंडी नदी के भेंसा धार में नहाने के दौरान हुई। नहाते समय बहाव में बहने से संतोष कुमार की मौत हो गई थी। वही 19 मार्च को थाना क्षेत्र के भरसिया इलाके के नौशाद (21) की बरंडी नदी के बदल सिंह घाट पर नहाने के दौरान मौत हो गई। वहीं चार जुलाई को कोरबाला घाट में नदी पार करने के दौरान पैर फिसल जाने के कारण अमर कुमार ऋषि की पानी में डूब जाने के कारण मौत हो गई थी। जबकि भरसिया पंचायत के मंसूरी टोला के उस्मान मंसूरी के 15 वर्षीय पुत्री नाजान खातून घर के पीछे बरंडी नदी के पानी में नहा रही थी और इस दौरान उसकी भी डूबने से मौत हो गई थी।
नहाने के दौरान हुए हादसे
इसी तरह 26 जुलाई को फलका के 28 वर्षीय मोहम्मद सद्दाम की निसुन्दरा पुल के समीप नहाने के दौरान डूबने से मौत हो गई थी। दो अगस्त को भंगहा ग्राम निवासी कैलाश मंडल अपने ससुराल के कामत से घर लौटने के क्रम में भंगहा कोसी नदी पार करने के दौरान नदी में डूब गया था। 19 अगस्त बुधवार को गिरयामा कॉलोनी के निकट एक सात वर्षीय बालक अभिषेक कुमार अपने अन्य साथियों के साथ नहा रहा था और नहाने के दौरान डूबने से उसकी मौत हो गई थी।