क्षमता से अधिक सवारी
केलाबाड़ी गांव के लोग महानंदा नदी के नंदनपुर घाट पर नाव से पहुंच रहे थे। क्षमता से अधिक लोग सवार होने से नाव डूबी। नाव डूबने लगी थी, जिसे किनारे पर मौजूद लोगों ने देख लिया। लोग कहने लगे नाव डूब गई। किनारे पर पहुंचने से चंद फीट पहले नाव डूब गई और उसमें सवार लोग पानी में उतराने लगे। सभी ने एक-दूसरे को सहारा दिया और पानी से बाहर आ गए। किनारे पर मौजूद लोगों ने भी डूब रहे लोगों की मदद की। नदी में डूबे लोगों की साइकिल और बाइक को भी स्थानीय लोग की मदद से निकाल लिया गया।
नेपाल में बारिश का असर
नेपाल में हो रही भारी बारिश से इन दिनों महानंदा नदी उफान पर है। कटिहार जिले के दर्जनों गांव पानी में डूब गए हैं। कई सड़कें या तो कट गईं है या फिर पानी में डूब गईं है, जिससे गांव के लोगों के पास आवागमन का साधन सिर्फ नाव रह गया है। लोग जान जोखिम में डालकर नाव की सवारी करने को मजबूर हैं।
6 पंचायतों में घुसा पानी
महानंदी का पानी कटिहार की छह पंचायतों में घुस चुका है। नदी में जलस्तर की वृद्धि से लोगों को प्रलयंकारी बाढ़ की आशंका प्रबल होने लगी है। मानसून की शुरुआत में ही महानंदा उफान पर है। प्राणपुर के छह पंचायतों में महानंदा के पानी प्रवेश करने से लोगों के बीच भय का माहौल है। धरहन, पथरवार, काठघर, बड़झल्ला, प्राणपुर एवं बस्तौल पंचायत में महानंदा का पानी प्रवेश कर गया है। खेत खलिहान जलमग्न हो गए हैं।
गंगा, कोसी में वृद्धि
गंगा, बरंडी व कोसी नदी के जल स्तर में फिर से वृद्धि शुरू हो गयी है। बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के अनुसार गंगा नदी के रामायणपुर में रविवार की सुबह 24.85 मीटर दर्ज किया गया, जो दोपहर में 24.86 मीटर हो गया। इसी नदी के काढ़ागोला घाट पर जल स्तर 28.04 मीटर दर्ज किया गया, जो छह घंटे बाद 28.07 मीटर हो गया। एनएच 31 के डूमर में सवेरे बरंडी का जल स्तर 29.36 मीटर दर्ज किया गया, जो छह घंटे बाद दोपहर में 29.39 मीटर हो गया। कोसी नदी का जल स्तर कुरसेला रेलवे ब्रिज पर रविवार की सुबह 28.25 मीटर दर्ज किया गया, जो दोपहर में बढ़कर 28.27 मीटर हो गया।
विस्थापितों पर खतरा
उत्तरी लालगंज पंचायत के भगत टोला गांव 2017 के विस्थापितों का अभी तक पुनर्वास नहीं हो सका है। दर्जनों विस्थापित परिवार महानंदा के तटबंध पर डेरा जमाए हुए हैं। महानंदा विभाग द्वारा तटबंध पर बसे विस्थापितों को हटाने के लिए कई बार नोटिस भी दिया गया। विस्थापित गीता देवी, मुनी देवी, मंजू देवी, पुतुल देवी, रीता देवी, उमेश भगत, संतोष कुमार ने बताया कि विभाग द्वारा जोर जबरदस्ती हटाने की पहल की जा रही है। मुखिया मो साऊद आलम ने बताया कि विस्थापितों में लगभग पन्द्रह लोगों का नाम पीएम आवास योजना की सूची में शामिल है। प्रशासन द्वारा अब तक तब इनके पुनर्वास की व्यवस्था नहीं की गई है।