scriptगंगा व कोसी में पानी बढऩे से तटबंधों में होने लगा कटाव | Increasing water in Ganga and Kosi caused erosion in embankments | Patrika News

गंगा व कोसी में पानी बढऩे से तटबंधों में होने लगा कटाव

locationकटिहारPublished: Jul 03, 2020 11:32:40 pm

Submitted by:

Yogendra Yogi

गंगा और कोसी (Ganga and Kosi river ) के जलस्तर में वृद्धि के साथ रेलवे गाइड बांध के समीप कटाव तेज हो गया (Erosion intensified ) इससे पत्थर टोला गांव के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है। नदियों के जलस्तर में पिछले 24 घंटे के भीतर उतार चढ़ाव देखा गया। महानंदा लेकिन तीन स्थलों पर खतरे के (Mahnanda flowing on danger mark ) निशान से ऊपर बह रही है।

गंगा व कोसी में पानी बढऩे से तटबंधों में होने लगा कटाव

गंगा व कोसी में पानी बढऩे से तटबंधों में होने लगा कटाव

कटिहार (बिहार): (Bihar News ) गंगा और कोसी (Ganga and Kosi river ) के जलस्तर में वृद्धि के साथ रेलवे गाइड बांध के समीप कटाव तेज हो गया (Erosion intensified ) इससे पत्थर टोला गांव के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है और लोगों में दहशत व्याप्त है। नदियों के जलस्तर में पिछले 24 घंटे के भीतर उतार चढ़ाव देखा गया। महानंदा नदी के जलस्तर में कमी दर्ज की गई है, लेकिन तीन स्थलों पर महानंदा खतरे के (Mahnanda flowing on danger mark ) निशान से ऊपर बह रही है। जबकि बरंडी नदी के जलस्तर में छह सेमी की वृद्धि दर्ज की गई है। बरंडी नदी मेंं जलस्तर में वृद्धि से पानी के बहाव के साथ जलकुंभी आने से मोरसंडा पंचायत के कमला घाट नदी पर बांस के बने चचरी पुल ध्वस्त हो गया।

चचेरी पुल ध्वस्त
प्रशासन की ओर से घाट पर सरकारी नाव उपलब्ध कराई गई तथा नाविकों को हर वक्त नाव चलाने का निर्देश दिए गए हैं। ताकि लोगों को आवाजाही करने में असुविधा नही हो। मोरसंडा के कमला नदी पार कर रहे दर्जनों लोगों ने बताया कि हर वर्ष ग्रामीण स्तर पर कमला घाट नदी पर बांस के चचरी पुल का निर्माण करते हैं। जिसके सहारे आवागमन होता है। बरसात के दिनों में नदी में जलस्तर में वृद्धि होने ये चचरी पुल पानी में बह जाता है। तब से एकमात्र सहारा आवागमन के लिए नाव ही है। नाव पर आवाजाही से दुर्घटना की संभावना बनी रहती है।

कोसी से रेलवे पुल में कटाव
खेरिया से तीनघरिया तक कटाव को रोकने के लिए जीरो प्वाइंट गंगा नदी के समानांतर चार किलोमीटर तक गत वर्ष 57 करोड़ रुपए की लागत से कटाव रोधी निर्माण कार्य शुरू किया गया था। पत्थर टोला के पास जीरो प्वाइंट से 500 मीटर उत्तर रेलवे पुल का ठोकर है। कुसेलज़ रेलवे पुल के नीचे पूर्व दिशा की ओर कोसी नदी द्वारा जीरो प्वाइंट तक कटाव हो रहा है। सुरक्षा तटबंध और पत्थर टोला तक कटाव हो रहा है। ग्रामीणों ने प्रशासन से तथा जल संसाधन विभाग से जल्द से जल्द कटाव रोकने की मांग की है।

महानंदा 3 स्थानों पर खतरे के निशान पर
बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल से मिली जानकारी के मुताबिक महानंदा का जलस्तर में झौआ 31.18 मीटर दर्ज किया गया है। यहां 12 घंटे में नदी के जलस्तर में 20 सेमी तक की कमी आंकी गई है। बहरखाल, आजमनगर एवं दुर्गापुर में महानंदा नदी लाल निशान से ऊपर बह रही है। गंगा नदी का जलस्तर रामायणुपर में 24.92 मीटर दर्ज किया गया है। यहां गंगा के जलस्तर में 12 घंटे में चार सेमी तक की कमी दर्ज की गई है। काढ़ागोला में गंगा का जलस्तर 28.04 मीटर पर स्थिर बना हुआ है। एनएच 31 पर डुमर के समीप बरंडी नदी के जलसतर में छह सेमी की वृद्धि दर्ज की गई है।

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