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यहां कचरे की खाद से बढ़ेगी किसानों के खेतों की उर्वरा शक्ति..पढि़ए खबर

locationकटनीPublished: Jun 22, 2018 12:04:42 pm

Submitted by:

mukesh tiwari

एक दिन में कचरे से बनेगी १५ टन जैविक खाद, देश के पहले क्लस्टर बेस्ड प्लांट में वैज्ञानिक पद्धति से होगी तैयार, उद्योगों को भेजा जाएगा आरडीएफ, पड़वारा में निगम ने कराया है स्थापित

15 tons of garbage will be made daily

15 tons of garbage will be made daily

कटनी. कचरे के ढेर से लोगों को परेशानी होती है लेकिन वहीं कचरे से अब जिले भर के किसान अपने खेतों की उर्वरा शक्ति को बढ़ा सकेंगे। नगर निगम ने देश का पहला क्लस्टर बेस्ट प्लांट निजी कंपनी के सहयोग से तैयार कराया है, जिसमें वैज्ञानिक पद्धति से कचरे का निपटान होगा तो कचरे से प्रतिदिन १५ टन जैविक खाद भी तैयार होगी। इस तरह का प्लांट राजस्थान मेंं शुरू किया गया था लेकिन योजना फेल हो गई थी। नगर निगम सीमा के अमीरगंज के पास पडऱवारा लगाए गए प्लांट का २३ जून को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा इंदौर से आयोजित कार्यक्रम से लोकार्पण किया जाना है।
पहली बार शामिल हुए पांच निकाय
इस तरह के प्रोजक्ट में पहली बार पांच नगरीय निकायों को शामिल किया गया है। कचरे से जैविक खाद बनाने के लिए रोजाना प्लांट को १५० टन कचरे की जरूरत होगी। वर्तमान में कटनी नगर निगम सहित नगर पालिका सिहोरा, नगर परिषद बरही, विजयराघवगढ़ व कैमोर से रोजाना निजी कंपनी को १२० टन के लगभग कचरा मिल रहा है। जिससे आठ घंटे में लगभग १५ टन खाद तैयार होगी। इसके अलावा कचरे के पांच प्रतिशत भाग से आरडीएफ (ईंधन) भी निकलेगा, जो सीमेंट सहित अन्य उद्योगों को भेजा जाएगा।
किसानों को मिलेगी सब्सिडी
प्लांट में खाद तैयार करने में एक माह का समय लगता है। तीन प्रक्रिया से गुजरने के बाद तैयार खाद खेतों की उर्वरा शक्ति बढ़ाएगी। एक बार खाद तैयार होने के बाद वह प्रक्रिया में आ जाएगी और उसके बाद लगातार रोजाना खाद उपलब्ध हो सकेगी। योजना केन्द्रीय ठोस अपशिष्ट प्रबंधन की है और इसके चलते किसानों को १५ सौ रुपये टन की सब्सिडी में निजी कंपनी उपलब्ध कराएगी।
१६ एकड़ में स्थापित कराया प्लांट
१६ एकड़ से अधिक स्थान में विकसित प्लांट में ऐसा २० प्रतिशत कचरा जिसका उपयोग खाद या आरडीएफ बनाने में नहीं होगा, उसके निपटान के लिए भी प्रबंध किया गया है। ऐसे कचरे को तालाबनुमा स्थल में दबाकर उसका भी उपयोग गार्डनिंग के रूप में किया जाएगा।
खास बातें-
– १५० टन की क्षमता का है प्लांट
– कटनी नगर निगम, नगर पालिका सिहोरा, नगर परिषद बरही, कैमोर, विजयराघवगढ़ योजना में शामिल
– रोजाना तैयार होगी लगभग १५ टन जैविक खाद
– ५० प्रतिशत कचरे से निकले आरडीएफ उद्योगों में होगा सप्लाई
– किसानों को खाद में प्रति टन १५ सौ रुपये की मिलेगी सब्सिडी
– अभी रोजाना उपलब्ध हो रहा १२० टन कचरा
– घर-घर से कचरा उठाने निजी कंपनी के लगाए गए हैं ६४ वाहन

इनका कहना है…
पड़वारा में शुरू किया जा रहा क्लस्टर बेस्ड प्लांट देश का इस तरह का पहला प्लांट है। इससे पहले राजस्थान में ऐसा प्लांट लगाया गया था लेकिन योजना फेल हो गई थी। कचरे से बनने वाली खाद कम दाम में किसानों को उपलब्ध होगी और वैज्ञानिक तरीके से कचरे का निपटान भी होगा।
नागार्जुन रेड्डी, मप्र प्रमुख, एमएसडब्ल्यू कंपनी

शहर के घर-घर से कचरा उठाने के साथ ही पायलट प्रोजेक्ट के रूप मेंं प्लांट की शुरुआत की जा रही है। इससे कचरे के प्रबंधन के साथ हमारा शहर साफ-सुथरा भी होगा। इसके अलावा कम दामों में हमारे किसानों को जैविक खाद भी मिल पाएगी।
शशांक श्रीवास्तव, महापौर

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