परिजनों से मिलने की उम्मीद लेकर आए युवक को माता-पिता व भाई का नाम है याद, लेकिन जगह नहीं मालूम
कटनी•Apr 23, 2018 / 11:05 am•
dharmendra pandey
Young man,
कटनी. मामा की डांट से नाराज ५ साल की उम्र में घर छोडऩे वाले युवक की कहानी किसी फिल्म की स्टोरी से कम नहीं है। १५ साल बाद माता-पिता व भाई की खोज में
सुनील शनिवार सुबह एसपी ऑफिस पहुंचा। युवक ने बताया कि उसे माता-पिता, भाई का चेहरा याद है। जिले का नाम याद है, लेकिन गांव व घर का स्थान याद नहीं है, और इस कारण अपनों से मिलने की उम्मीद पूरी नहीं हो पा रही। सुनील ने बताया ५ साल की उम्र में मामा की घड़ी तोड़ दी थी। जिसके बाद मामा ने पिटाई कर दी। नाराज होकर घर से भाग गया। ट्रेन में बैठकर बनारस पहुंच गया। बनारस से गोरखपुर पहुंचा तो, पुलिस ने पकड़ लिया। अनाथालय में डाल दिया। १८ की उम्र होने पर वहां से निकाल दिया गया। बाहर निकलने पर काम धंधे की तलाश में मऊ पहुंचा। वहां पर एक जगह चपरासी की नौकरी मिली। तभी मन में आया कि अपने घर परिवार की तलाश कर उनसे मिला जाए। सुनील ने बताया कि पिता का नाम लल्लन है। माता का नाम कला व भाई का नाम पप्पू है। जब मैं ५ साल का था तब वे गन्ने का ठेला लगाते थे। मैं भी उनका हाथ बटाता था। युवक ने बताया कि उसके पिता रेडियो के काफी शौकीन थे। उसे पिता का हुलिया याद है और वह स्क्रेच भी बनवा सकता है।
………………………………………..
प्यासे को पानी पिलाने से बढ़कर कोई पुण्य नहीं
स्वामी रामदास महाराज ने स्टेशन में किया वाटर कूलर का शुभारंभ
कटनी. गर्मी के दिनों में प्यासे कंठों की प्यास बुझाने से बढ़कर कोई पुण्य का कार्य नहीं है। वह चाहे आमजन हों या पशु-पक्षी। यह बात
स्वामी दयालदास महाराज के शिष्य स्वामी रामदास महाराज विष्णु धाम जबलपुर ने मुख्य रेलवे स्टेशन मेंं शिष्य मंडली द्वारा स्थापित वाटर कूलर के शुभारंभ अवसर पर कही। उन्होंने कहा कि दूर-दूर से आने वाले गरीब यात्रियों को प्यास बुझाने के लिए पैसा खर्च न करना पड़े, इसके लिए सभी समाज के लोग अपने नजदीकी स्टेशनों में गर्मी में वाटर कूलर स्थापित कराएं। इससे पहले उन्होंने पूजन कर वाटर कूलर का शुभारंभ किया और समाज के लोगों ने यात्रियों को पानी पिलाया। इस दौरान जियंद राय पंजवानी, जयरामदास पंजवानी, हरीश पंजवानी, मनोज पंजवानी, प्रिंस पंजवानी, राजू पुरस्वनी, गोपी रिझवानी, कलतार कुमार चावला, मनु लाल उध्वानी, राजकुमार नागवानी, अमरलाल पंजवानी, मनोहरलाल रंगलानी, संजय खूबचंदानी सहित अन्य जन मौजूद थे।
—–