कटनीPublished: Aug 27, 2023 09:51:13 pm
balmeek pandey
हर माह लगभग 25 प्रतिशत का हो रहा नुकसान, 75 लाख यूनिट बिजली की हो रही सप्लाई, बिलिंग में शामिल सिर्फ 58 लाख यूनिट
कटनी. जिले में हर माह 17 लाख यूनिट बिजली चोरी रही है। उपभोक्ता चतुराई करते हुए बिजली कंपनी को करोड़ों रुपए की हर माह चपत लगा रहे हैं। लगातार बढ़ रहे बिजली चोरी के प्रकरणों ने विभाग की भी नींद उड़ा दी है। विभागीय कार्रवाई, उडऩदस्ता की छापेमारी के बाद भी चोरी नहीं रुक रही है और केस बढ़ते जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार जिले में बिजली विभाग 75 लाख यूनिट बिजली लेकर जिले के 3 लाख 2 हजार उपभोक्ताओं को दे रहा रहा है। आपको जानकर हैरानी होगी कि प्रत्येक माह सिर्फ 58 लाख यूनिट बिजली की ही बिलिंग हो रही है। 17 लाख यूनिट बिजली सीधे-सीधे चोरी हो रही है। जिसे विभाग रोक पाने में नाकाम है। जिले में हर माह औसतन एक करोड़ 20 लाख रुपए की बिजली चोरी हो रही है। इतना ही नहीं बिलिंग में भी हर माह लॉस चल रहा है। 25 करोड़ रुपए की बिलिंग हो रही है, जिसमें से हर माह महज 20 से 21 करोड़ रुपए की ही वसूली हो पा रही है। 9 करोड़ 21 लाख रुपए पंप कनेक्शन में सिर्फ आधों ने भुगतान किया है। इसी प्रकार औद्योगिक क्षेत्रका 45 लाख रुपए, व्यवसायिक क्षेत्र का 12 करोड़ 27 लाख रुपए व घरेलू कनेक्शन में 87 करोड़ 75 लाख रुपए बिल बकाया है।
इस तरह हो रही
सूत्रों की मानें तो लगभग जिले में दो से 5 प्रतिशत लोग बिजली की चोरी कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार डायरेक्ट कनेक्शन, मीटर डायरेक्ट, मीटर में शंट लगाकर, मीटरों को क्षति पहुंचाकर, सब मीटर दिखाकर सीधे लाइन जोडऩा, मीटर को बाइपास करते हुए बिजली की चोरी है। यह है टैरिफ की स्थिति कनेक्शन यूनिट अनुसार बिल घरेलू 100 यूनिट तक 100 रुपए प्रति यूनिट घरेलू प्रति यूनिट 5 रुपए 17 पैसे प्रति यूनिट व्यवसायिक 6 रुपए 50 पैसे प्रति यूनिट औद्योगिक 6 रुपए 60 पैसे प्रति यूनिट कृषि छैमाही बिलिंग की 1/3
हर माह बन रहे प्रकरण
जिले में बिजली चोरी रोकने के लिए विभाग के लाइनमैन, जेई, एई सहित अन्य अधिकारी छापेमारी करते हैं। इसके अलावा सतर्कता टीम भी काम कर रही है, इसके बाद भी चोरी नहीं रुक रही है। हर माह 100 से अधिक प्रकरण बन रहे हैं, बाद भी बिजली चोरी रोकने के दावे विभाग के फेल साबित हो रहे हैं। तीन साल में साढ़े तीन हजार चोरी के प्रकरण बने हैं। यह है उपभोक्ताओं की स्थिति - 3 लाख 2 हजार है जिलेभर में बिजली उपभोक्ता। - 23 हजार 494 हैं व्यवसायिक उपभोक्ता। - 41 हजार 470 हैं मोटरपंप के बिजली कनेक्शन। - 2 हजार 213 हैं आद्यौगिक बिजली कनेक्शन। बढ़ गई है 10 प्रतिशत खपत ट्रांसफार्मर खराब होने की मुख्य वजहों में से एक वजह जिले में बारिश का ना होना भी है। बारिश न हो पाने के कारण फसलों की सिंचाई किसान पंपों से कर रहे हैं। जिले में 10 प्रतिशत की खपत बढ़ गई है। ओवरलोडिंग के कारण ट्रांसफार्मर फुंक रहे हैं।
वर्जन
जिले में हर माह 17 लाख यूनिट बिजली की चोरी हो रही है। 75 लाख यूनिट में सिर्फ 58 लाख यूनिट की ही बिलिंग हो रही है। उपभोक्ता भी समय पर बिजली बिल जमा नहीं कर रहे हैं। 25 प्रतिशत राशि हर माह नहीं जमा हो रही। उडऩदस्ता टीम लगातार कार्रवाई कर रोकने का प्रयास कर रही है।
श्रीराम पांडेय, अधीक्षण यंत्री।