कट्रोल रुम में 25 से 27 मार्च के बीच तीन दिन के दौरान लोगों ने पड़ोस में आने वाले लोगों की जानकारी से लेकर राशन एवं सब्जी व दूध की दुकान नहीं खुलने से लेकर लॉकडाउन में नियम का उलंघन करने वालों की जानकारी भी दे रहे हैं।
कंट्रोल रुम के उप नोडल सौरभ नामदेव बताते हैं कि कलेक्टे्रट में शिकायतें दर्ज कर समाधान के लिए कंट्रोल रुम गठित कर तीन शिफ्ट में कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। 104 और 181 डायल कर लोग कोरोना के लक्षण से संबंधित ज्यादा सवाल कर रहे हैं। कोशिश रहती है कि यहां आने वाले शिकायतों में फोन करने वाले की समस्या का समाधान जल्द से जल्द किया जाए।
कंट्रोल रुम के उप नोडल सौरभ नामदेव बताते हैं कि कलेक्टे्रट में शिकायतें दर्ज कर समाधान के लिए कंट्रोल रुम गठित कर तीन शिफ्ट में कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। 104 और 181 डायल कर लोग कोरोना के लक्षण से संबंधित ज्यादा सवाल कर रहे हैं। कोशिश रहती है कि यहां आने वाले शिकायतों में फोन करने वाले की समस्या का समाधान जल्द से जल्द किया जाए।
परेशानी अजब-गजब
कोरोना को लेकर गठित कंट्रोल रुम परेशानी भी अजब-गजब आ रही है। लोग फोन कर तम्बाखू नहीं मिलने की परेशानी दर्ज करवा रहे हैं। कुछ ने कहा कि शराब दुकान खुली है लेकिन लॉकडाउन के कारण वहां तक पहुंच नहीं पा रहे हैं तो खुलने का क्या लाभ।
कोरोना को लेकर गठित कंट्रोल रुम परेशानी भी अजब-गजब आ रही है। लोग फोन कर तम्बाखू नहीं मिलने की परेशानी दर्ज करवा रहे हैं। कुछ ने कहा कि शराब दुकान खुली है लेकिन लॉकडाउन के कारण वहां तक पहुंच नहीं पा रहे हैं तो खुलने का क्या लाभ।
इन लक्षणों पर करवाएं जांच
– पहले बुखार आता है। दवा लेने पर कुछ घंटे दब जाता है और फिर सीधे 100 से 101 फैरनहाइट तक तापमान में बुखार आता है।
– सूखी खांसी दो से तीन दिन बाद कफ में बदल जाती है और खकार आने के बाद गले और सीने में तकलीफ शुरू हो जाती है। इन लक्षणों पर कोरोना की जांच करवाएं।
– जैसा कि कोरोना को लेकर कटनी में गठित रैपिड रिस्पॉस टीम के डॉ. समीर सिंघई ने बताया।
– पहले बुखार आता है। दवा लेने पर कुछ घंटे दब जाता है और फिर सीधे 100 से 101 फैरनहाइट तक तापमान में बुखार आता है।
– सूखी खांसी दो से तीन दिन बाद कफ में बदल जाती है और खकार आने के बाद गले और सीने में तकलीफ शुरू हो जाती है। इन लक्षणों पर कोरोना की जांच करवाएं।
– जैसा कि कोरोना को लेकर कटनी में गठित रैपिड रिस्पॉस टीम के डॉ. समीर सिंघई ने बताया।