कटनीPublished: Dec 08, 2018 11:56:59 am
dharmendra pandey
जनपद शिक्षा केंद्र रीठी में संचालित सरस्वती स्कूल का प्रधानाध्यापक का नाम आया सामने, स्कूल में हुई पूछताछ में पकड़ाएं छात्रों ने किया खुलासा
200 to 300 rupees came to give examination in Munnabhai
कटनी. ओपन बोर्ड की परीक्षा में दूसरे छात्रों की जगह बैठकर पर्चा हल कर रहे मुन्नाभाई 200 से 300 रुपये में परीक्षा देने आए थे। इसका खुलासा गुरुवार को स्कूल में हुई पूछताछ में पकड़ाए गए खुद छात्रों ने किया है। उत्कृष्ट स्कूल माधवनगर की प्राचार्य विभा श्रीवास्तव ने बताया कि पूछताछ के दौरान छात्रों ने बताया कि जनपद शिक्षा केंद्र रीठी के ग्राम सलैया में संचालित सरस्वती स्कूल के विमलेश दुबे के कहने पर छात्र परीक्षा देने आए थे। पकड़े गए छात्रों में कई तो कॉलेज के विद्यार्थी है। शुक्रवार को माधवगनर पुलिस ने सरगना सहित पांचों छात्रों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है।
उल्लेखनीय है कि जिले में ओपन बोर्ड की परीक्षाएं चल रहीं है। शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय माधवनगर को केंद्र बनाया गया है। दोपहर ढाई बजे से शुरू हुई परीक्षा में गुरुवार को कक्षा 10वीं का हिंदी का पेपर चल रहा था। दीपक लोधी, आशीष कुमार, जगतराम ढीमर, दादूराम पटेल व गजराज कुमार। पंकज कुमार, सचिन, अशोक कुमार, कोयल मारा, धनीराम की जगह पर बैठकर परीक्षा दे रहे थे। निरीक्षण के दौरान छात्रों को पकड़ लिया गया। पूछताछ के बाद माधवनगर पुलिस के हवाले किया। रात 11 बजे पुलिस ने सरगना विमलेश दुबे, फर्जी छात्र दीपक लोधी, आशीष, जगतराम, दादूराम पटेल व गजराज कुमार के खिलाफ धारा 419, 420, 120बी, 3ए,4 मप्र मान्यता प्राप्त परीक्षा अधिनियम की धारा 1937 के तहत प्रकरण दर्ज किया।
माता-पिता का नाम पूछा तो हुआ खुलासा:
बीइओ विभा श्रीवास्तव ने बताया कि परीक्षा में कोई गड़बड़ी न हो, इसके लिए औचक निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए है। गुरुवार को हुई परीक्षा में तीन अलग-अलग कमरों में फर्जी छात्र परीक्षा दे रहे थे। निरीक्षण करने पहुंचे शिक्षकों ने छात्रों के प्रवेश पत्र मिलान किए। फोटो साफ नहीं होने से स्थिति स्पष्ट नहीं हुई। इसके बाद एक-एक कर सभी छात्रों ने माता-पिता का नाम पूछा। परीक्षा दे रहे फर्जी छात्रों ने माता-पिता का नाम दूसरा बताया। जो मिलान नहीं खाया। इसके बाद उनकों पकड़ लिया गया। बयान लिया गया। बीइओ ने कहा कि छात्रों ने जिस विमलेश दुबे का नाम लिया, उनको भी बुलाया गया। ओपन बोर्ड के डायरेक्टर भोपाल, कलेक्टर व जिला शिक्षाधिकारी को भी मामले के बारे में सूचित किया गया।
छात्र पकड़ाए, सरगना फरार
फर्जी छात्र बनकर परीक्षा दे रहे पांचों छात्रों को पुलिस ने तो गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन सरगना तक पहुचने में पुलिस के हाथ खाली रहे। सूत्रों की मानें तो फर्जी छात्रों का गिरोह चलाने वाला सरगना थाने के आसपास ही घूमता रहा।