महाराष्ट्र में बंधक बनाए गए 52 श्रमिकों की घर वापसी
जनसुनवाई में बंधकों के परिजनों ने की थी शिकायत, कलेक्टर के तुरन्त एक्शन से मिली सफलता। महाराष्ट्र के सोलापुर पुलिस की सहायता से लौटे मजदूर

कटनी. महाराष्ट्र के सोलापुर में बंधक बनाये गये 52 श्रमिकों को छुड़ाने में सफलता मिली है। शुक्रवार की देर रात श्रमिकों को सकुशल स्लीमनाबाद लाया गया। जिला प्रशासन की सक्रियता और महाराष्ट्र की सोलापुर पुलिस के सहयोग से बंधक बनाए गए श्रमिक सकुशल घर लौटे।
पूरे मामले के अनुसार मंगलवार की जनसुनवाई में बहोरीबंद तहसील के ग्राम धनवाही के ग्रामीणों ने आकर इस विषय में शिकायत दर्ज कराई थी। इसकी जानकारी जैसे ही कलेक्टर प्रियंक मिश्रा को मिली, उन्होने मामले की संवेदनशीलता को समझते हुये तुरंत ही बहोरीबंद एसडीएम रोहित सिसोनिया को प्रकरण की जांच करने और त्वरित रुप से जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।

एसडीएम सिसोनिया ने तत्परता के साथ बंधक बनाये गये श्रमिकों की जानकारी एकत्र की। साथ ही उन्होने श्रमिकों से व्यक्तिगत रुप से बात की और पूरी जानकारी ली। जिसमें इस बात की पुष्टि हुई कि श्रमिकों को झांसा देकर सोलापुर जिले के कंदल गांव नामक स्थान ले जाया गया है। जहां पर इनसे अत्याधिक काम लेकर कम पैसे देकर जोर-जबरजस्ती से काम कराया जा रहा है।
शिकायत की पुष्टि होने पर कलेक्टर प्रियंक मिश्रा एवं एसडीएम रोहित सिसोनिया ने महाराष्ट्र के अधिकारियों से संपर्क किया। जिसमें महत्वपूर्ण सहयोग टीकमगढ़ जिले में पदस्थ एसडीएम सौरभ सोनवाने का रहा। उन्होंने महाराष्ट्र के सोलापुर जिले में पदस्थ पुलिस अधीक्षक तेजस्वी सतपोटे से बात की और उन्हें पूरा घटनाक्रम तथा श्रमिकों की समस्या बताई।

श्रमिकों की समस्या संज्ञान में आते ही पुलिस अधीक्षक तेजस्वी सतपोटे ने मामले को अत्याधिक गंभीरता से लेते हुये 5 जनवरी को ही विशेष टीम का गठन करते हुये कार्य में लगाया। जिसके बाद चौबीस घंटे के भीतर ही 6 जनवरी टीम छापामार कार्यवाही करते हुये सभी बंधक बनाये गये 52 श्रमिकों को अपनी अभिरक्षा में लिया। साथ ही उन्हें वाहनों के माध्यम से मंदरुप थाने ले गये।
7 जनवरी की सुबह एसपी तेजस्वी सतपोटे द्वारा विशेष वाहन से बंधनमुक्त कराये गये श्रमिकों को गृह जिला कटनी के लिये जाने के लिये सोलापुर से नागपुर के लिये रवाना किया गया। जहां पर कलेक्टर प्रियंक मिश्रा के द्वारा की गई वाहन व्यवस्था से उन्हें नागपुर से उनके ग्राम धनवाही, कारीपाथर, बंधी स्टेशन सकुशल लाया गया है।
कलेक्टर ने बताया कि इस पूरे ऑपरेशन में पुलिस अधीक्षक सोलापुर श्रीमती तेजस्वी सतपोटे, इन्सपेक्टर महाराष्ट्र पुलिस नितिन थेटे और एसडीएम टीकमगढ़ सौरभ सोनवाने का विशेष योगदान रहा है। इनके द्वारा सम्पूर्ण विषय की गंभीरता से लेते हुये अपने पदीय दायित्वों से उपर उठकर मानवीय दृष्टिकोण से कार्य किया गया, जिससे सभी श्रमिकों की सकुशल घर वापसी हो पाई है। कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने इस कार्य में लगे सभी सदस्यों का जिला प्रशासन की तरफ से आभार भी माना है।

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