माधवनगर निवासी 58 वर्षीय युवक जांच के लिए नागपुर गए थे, वहां आरटीपीसीआर जांच मेंं पता चला कि वे कोरोना पॉजिटिव हैं। नागपुर में बिना इलाज के लिए वापस भेज दिया गया। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मरीज में कोरोना के लक्षण नहीं हैं।
रेस्टोरेंट में बिना मास्क के कर्मचारी, शहर में पुलिसकर्मी से लेकर आम नागरिक भी भूल जा रहे मास्क लगाना-
कोरोना नए मामलों के बीच कोविड-19 गाइडलाइन अपनाने में बेपरवाही भी कम नहीं हो रही है। बुधवार को माधवनगर के गेट के समीप एक रेस्टोरेंट में कर्मचारी ही मास्क नहीं लगाए थे। बाहर सड़क पर पुलिसकर्मी और नागरिक मास्क लगाने से लेकर कोविड-19 गाइडलाइन को लेकर बेपरवाह दिखे। यह स्थिति तब है जब कटनी में 15 जुलाई को 29 दिन बाद कोरोना का एक मामला सामने आया तो उसमें भी मरीज की ट्रैवल हिस्ट्री दमोह की थी।
पीडि़त मरीज रिश्तेदारी में शादी में दमोह गई थी और वहां से आने के बाद कोविड-19 संक्रमण से पीडि़त हो गई। बतादें कि दमोह जिला कटनी का पड़ोसी जिला है, और प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोगों की आवाजाही बनी रहती है। इस बीच दमोह में कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर भी पूरी तरह से खत्म नहीं हुई थी। जानकार बताते हैं कि दमोह में कोविड-19 संक्रमण के एक साथ 14 मामले सामने आने के बाद कटनी में सतर्कता ज्यादा जरूरी है।