अफसर ने की पहल
इस पर जिला कार्यक्रम अधिकारी ने कलेक्टर शशिभूषण सिंह से चर्चा कर निजी वाहन की व्यवस्था की। इ-पास जारी कराया। दो महिला जवान प्रियंका तिवारी व रविता ठाकुर व चालक मो वादि शाह के साथ उन्हें घर भेजन की व्यवस्था की गई। सुरक्षित घर पहुंचाकर टीम वापस आई। इस पहल पर महिलाओं व परिजनों ने कलेक्टर और जिला कार्यक्रम अधिकारी व स्टॉफ की जमकर सराहना की। बता दे कि पुराने प्रकरण में कोर्ट में हाजिर न होने से कोर्ट ने जेल भेज दिया था। शमशेर सिंह उर्फ राहुल की जमानत शनिवार को हुई, रविवार को अपने घर के लिए भोपाल होते हुए 27 मई को वह भी अपने घर लखीमपुर-खीरी पहुंचा। बता दें कि शुरुआती दौर में जब महिला आई थी तो पत्रिका ने मामले को संज्ञान में लिया और अधिकारी सक्रिय हुए और दोनों महिलाओं व बच्चियों के ठहरने का इंतजाम कराया।
इनका कहना है
पति की जमानत कराने आई महिला लॉकडाउन के कारण यहीं फंस गई थी। उसके साथ में बच्ची और जेठानी भी थी। दोनों महिलाएं गर्भवती थीं। उन्हें वन स्टॉप सेंटर में दो माह तक रखकर संपूर्ण व्यवस्था की गई। इसके बाद निजी वाहन कर दो महिला आरक्षकों के साथ उन्हें घर भेज दिया गया है।
नयन सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी।