बगैर निर्माण कराए सरपंच सचिव ने हड़पी राशि, अब होगी निलंबन की कार्रवाई, ऐसे उजागर हुआ मामला
नहीं है प्रसाधन की व्यवस्था
विद्यार्थियों ने कहा कि छात्र-छात्राओं की संख्या के आधार पर प्रसाधन की व्यवस्था नहीं है। गंदगी बनी रहती है। बिगड़े हुए सीसीटीवी कैमरों को सही कराया जाए एवं खेल सामग्री उपलब्ध कराई जाए। असामाजिक तत्वों का जमावड़ा हमेशा बना रहता है। पुलिस दस्ता की व्यवस्था की जाए। अधीक्षक एवं शिक्षकों द्वारा प्रेक्टिकल एवं प्रोजेक्ट के नाम पर छात्रों से अवैध रूप से वसूली एवं परीक्षा में नम्बर काटने एवं फेल करने का दबाव बनाते हैं जिससे छात्र भयभीत होकर पैसे जमा कर देते हैं।
खास-खास:
– जिला संयोजक अजय वीरभद्र माली ने कहा, अशासकीय आइटीआइ प्रशिक्षण केंद्रों में छात्र संख्या के अनुपात के अनुसार भवन एवं बिल्डिंग में 100 प्रशिक्षणार्थियों के लिए सवा एकड़ भूमि की आवश्यकता होती है, लेकिन नहीं हो रहा नियमों का पालन।
– निजी प्रशिक्षण केंद्रों में लाइब्रेरी, कैंटीन, शौचालय, खेल मैदान, सीसीटीवी एवं पार्किंग की नहीं है व्यवस्था।
– एक ही संस्थान पर कई कोर्स संचालित किए जा रहे हैं, अशासकीय आइटीआइ प्रशिक्षण केंद्रों में फीस का निर्धारण नहीं है, सभी मनमर्जी से फीस वसूल रहे हैं।
– नियमों का पालन नहीं करने वालों की मान्यता को रद्द करने, संस्थानों की जांच के लिए कमेटी गठित करने रखी मांग।