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किरायादार बनकर इंदौर पहुंची पुलिस, की रैकी और फिर ट्रिपल मर्डर केस के कैदी को दबोचा

locationकटनीPublished: Oct 17, 2021 08:51:33 pm

Submitted by:

balmeek pandey

भेष बदलकर किया ऑपरेशन, 9 सितंबर की रात जिला अस्पताल के जेल वार्ड से फरार था कैदी, भागने में मदद करने वालों के नजदीक पहुंची पुलिस

किरायादार बनकर इंदौर पहुंची पुलिस, की रैकी और फिर ट्रिपल मर्डर केस के कैदी को दबोचा

किरायादार बनकर इंदौर पहुंची पुलिस, की रैकी और फिर ट्रिपल मर्डर केस के कैदी को दबोचा

कटनी. बीते माह जिला अस्पताल से तीन हत्याओं को अंजाम देने वाले उपचार के लिए भर्ती हुए फरार कैदी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार जैन ने पुलिस कंट्रोल रूम में पत्रकार वार्ता में गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए ऑपरेशन की जानकारी दी। एसपी ने बताया कि 9-10 सितंबर को विचाराधीन कैदी देवी सिंह (34) वर्ष निवासी भौहरी थाना सनोधा जिला सागर जो कि जिले के विजयराघवगढ़ थाना क्षेत्र में 3 हत्याओं का विचाराधीन कैदी था। रात्रि करीब 12.45 बजे दो लोगों की मदद से फरार हो गया था। उसे कोतवाली की पुलिस टीम ने इंदौर के बाणगंगा थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपी देवी सिंह जोकि स्वास्थ्य खराब होने पर जिला अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया था। पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। मामले में चार पुलिस कर्मियों को निलंबित किया गया था और पुलिस सरगर्मी से फरार कैदी की तलाश में जुटी हुई थी। इस बीच पुलिस इंदौर स्थित फरार कैदी देवी की मां और बहन पर सतत निगरानी रख रही थी। सोमवार को निगरानी के दौरान ऑपरेशन को अंजाम देने में जुटी पुलिस टीम को जानकारी मिली कि फरार कैदी की मां घर से कुछ दूर एक किराए के मकान में प्रतिदिन सुबह शाम भोजन लेकर जाती है। पुलिस ने पीछा किया और किराएदार बनकर आरोपी तक पहुंची और उसे गिरफ्तार किया।

यह था मामला
आपको बता दें कैदी को 2016 में ग्राम पडख़ुरी में अपने ससुर व 2 साले की हत्या के मामले में जेल में बंद था। फरार होने के बाद पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार जैन ने कैदी पर 20 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। उपरोक्त कार्यवाही में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनोज केडिया, सीएसपी शशिकांत शुक्ला, थाना प्रभारी कोतवाली अजय बहादुर सिंह, एनकेजे थाना प्रभारी उप निरीक्षक नीरज दुबे, सहायक उपनिरीक्षक कप्तान सिंह, दुर्गेश तिवारी, प्रधान आरक्षक वीरेंद्र तिवारी, अनिल सिंह सेंगर, वीरेंद्र सिंह पुष्पराज सिंह, लालजी यादव, रामेश्वर सिंह, साइबर सेल विभाग के आरक्षक प्रशांत विश्वकर्मा की अहम भूमिका रही, जिन्हें पुलिस अधीक्षक ने पुरस्कृत करने की घोषणा की है। एसपी ने कहा कि उन लोगों पर भी प्रभावी कार्रवाई की जाएगी जो आरोपी को भगाने में मदद की है।

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