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इस जिले में महिलाओं को मिल रही ऐसी मुर्गियां जो कर देंगी मालामाल, खास है राज

locationकटनीPublished: Aug 04, 2018 01:13:24 pm

Submitted by:

balmeek pandey

राष्ट्रीय ग्रामीण अजीविका मिशन के तहत जिले में 140 योजनाओं पर लगी मुहर, ढीमरखेड़ा में पायलेट प्रोजेक्ट के तहत 76 हितग्राही चिन्हित

Thief, police,

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कटनी. राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के तहत जिले में इस साल 500 से अधिक महिलाएं मुर्गी पालन व्यवसाय से जुड़ेंगी। जिले के 6 जनपदों में यह योजना प्रोजेक्ट के रूप में शुरू की जानी है। अभी यह योजना ढीमरखेड़ा ब्लॉक में पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू की जा रही है। एनआरएलएम चयनित महिलाओं को चूजे उपलब्ध कराएगा। प्रशासन ने महिलाओं को मुर्गी पालन व्यवसाय से जोडऩे की कवायद शुरू की है। यह कवायद गांव की कम पढ़ी-लिखी आदिवासी महिलाओं के जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिए प्रयास किया जा रहा है। मुर्गी पालन में मनरेगा विभाग के अफसर व राष्ट्रीय ग्रामीण अजीविका मिशन के अधिकारी-कर्मचारी सहयोग व मानीटरिंग करेंगे। प्रत्येक गांव में एक पशु सखी कहलाएगी। पशु सखी मुर्गियों का दाना, बीमारी व बिक्री आदि पर महिला समूहों का सहयोग करेंगी। इस योनजना के तहत जिले में 140 योजनाओं को मूर्त रूप देने के लिए मनेगा और राष्ट्रीय ग्रामीण अजीविका मिशन को टारगेट मिला है। इसमें महिलाओं का स्व सहायता समूह तैयार कर योजना से जोड़ते हुए उन्हें स्वालंबी बनाने मुर्गी पालन के लिए प्रेरित करना है। इसमें प्रत्येक समूह को 1 लाख 40 हजार रुपए का अनुदान शासन से मिलेगा। जिसमें 60 प्रतिशत शेड आदि के निर्माण में मजदूरी और 40 प्रतिशत राशि मटेरियल में खर्च की जा रही है।

ढीमरखेड़ा के तीन गांवों में शुरू हुआ काम
मिशन के तहत ढीमरखेड़ा ब्लॉक के तीन गांवों में काम शुरू हो गया है। क्षेत्र के ग्राम भलवारा में 2 शेड निर्माण, कोकोडबरा में 4 शेड निर्माण और डेहरी गांव में 1 शेड के निर्माण का काम शुरू किया गया है। इस योजना के लिए 76 हितग्राही चिन्हित किए गए हैं, जिन्हें योजना और उसके फायदों के संबंध में बताया जा रहा है। शेड निर्माण का काम पूरा होते ही हितग्राही व समूहों को पक्षी दिलाए जाने का काम शुरू होगा ताकि वे उनके पालन और प्रजनन की प्रक्रिया को आगे बढ़ाकर आपनी अजीविका को संवारने का काम शुरू कर सकें।

इनका कहना है
जिले में आदिवासी महिलाओं को स्वालंबी बनाने के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण अजीविका मिशन के तहत 140 स्थानों पर मुर्गी पालन योजना शुरू किया जाना है। ढीमरखेड़ा ब्लॉक में 76 हितग्राही चिन्हित किए गए हैं। 7 स्थानों पर शेड निर्माण आदि की प्रक्रिया शुरू हो गई है, शीघ्र ही योजना का मूर्त रूप दिया जाएगा।
शबनम बेगम, डीपीएम, राष्ट्रीय ग्रामीण अजीविका मिशन।

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