कटनी. अक्षय तृतीया पर शुक्रा के अस्त होने से भले ही शहनाईयों की गूंज न रहे लेकिन परंपरानुसार मिट्टी के गुड्डे-गुडिय़ों का ब्याह रचाया जाएगा। तृतीया के चलते एक दिन पहले से ही नगर के बाजारों में मिट्टी के गुड्डे-गुडिय़ों की दुकान सज गईं और महिलाओं ने दिनभर खरीदी की। इसके अलावा उन्हें सजाने के लिए भी सामग्री की खरीदी करने दुकानों में भीड़ रही। पर्व पर सुबह मंदिरों व घरों में बरगद का पूजन के साथ ही गुड्डे-गुडिय़ों की पूजा कर ब्याह कराया जाएगा। जिसके चलते पकवान भी बनाने की तैयारी भी घरों में जारी रही। अक्षय तृतीया पर शादी का विशेष मुहूर्त माना जाता है लेकिन इस वर्ष शुक्रा के अस्त होने से विवाह होना संभव नहीं है। इसका असर भी बाजारों में देखने को मिला। पर्व से एक दिन पहले शादियों की अधिकता से बाजार में पैर रखने को जगह नहीं होती थी लेकिन इस बार बाजारों में सन्नाटे की स्थिति रही।
भगवान परशुराम का होगा पूजन
अक्षय तृतीया के साथ ही भगवान परशुराम जयंती भी मनाई जाएगी। शहर में ब्राह्मण समाज द्वारा ब्राह्मण सत्संग भवन चांडक चौक में सुबह 9 बजे से पूजन अर्चन कर प्रसाद का वितरण किया जाएगा। वहीं अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा द्वारा जयंती को विप्र दिवस के रूप में मनाया जाएगा। गर्ग चौराहा स्थित पांडे काम्पलेक्स में दोपहर 12 बजे से समाज में उल्लेखनीय योगदान देने वाले सदस्य को सम्मानित भी किया जाएगा। सर्व ब्राह्मण समाज दुर्गा चौक मंदिर से शोभायात्रा निकालेगा।
सामूहिक विवाह सम्मेलन आज
अक्षय तृतीया पर मुख्यमंत्री कन्यादान व निकाह योजना अंतर्गत 9 मई को कृषि उपज मंडी परिसर में सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। दोपहर 12 बजे से आयोजित कार्यक्रम में नगर निगम, जनपद पंचायतों व नगर परिषदों में पंजीकृत दो सैकड़ा से अधिक जोड़ों का विवाह कराया जाएगा और शासन के नियमानुसार उन्हें जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों की मौजूदगी में सामग्री भेंट की जाएगी।