जांच के लिए पुणे भेजी जाएगी रिपोर्ट-
तेजी से फैल रहे नोबल कोरोना वायरस की जांच की सुविधा प्रदेश के किसी भी जिले में नहीं है। वायरस से संक्रमित मरीज की रिपोर्ट को जांच के लिए पुणे की प्रयोगशाला में भेजा जाएगा। डॉक्टरों के मुताबिक यहां से रिपोर्ट आने पर लगभग सप्ताह भर का समय लगेगा। पुणे भी जांच रिपोर्ट इसलिए भेजी जाएगी क्योंकि यह प्रदेश के नजदीक है।
यह है वायरस से संक्रमित मरीज के लक्षण-
जिला अस्पताल के डॉक्टरोंं के मुताबिक कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज को इन लक्षणों के माध्यम से पहचाना जा सकता है। सिविल सर्जन ने बताया कि नोबल कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज के लक्षणों में गंभीर श्वसन संक्रमण से पीडि़त भर्ती मरीज जिसे खांसी व बुखार की तकलीफ हो और जिसका कारण स्पष्ट न हो रहा हो। तेज बुखार, खांसी, गले में खराश और सांस का फूलना। इसके अलावा कोई स्वास्थ्यकर्मी जो गंभीर, श्वसन संक्रमण (एसएआरआइ) के मरीज के संपर्क में आया हो। चाहे जिसकी कोई ट्रेवल हिस्ट्री न हो। असामान्य और असंभावित लक्षण प्रकट हो रहे हो। सभी संभव इलाज के बाद भी तबियत में सुधार न हो रहा हो और कारण का पता न चल पाया हो। ऐसे मरीज में कोरोना वायरस के लक्षण पाए जाने की संभावना हो सकती है।
ऐसे करे वायरस से बचाव-
-किसी भी व्यक्ति से हाथ मिलाने के बाद बिना धुले हाथ को आंख, नाक, मुंह में न लगाए।
-मरीज को अनावश्यक घूमने-फिरने न दें। मरीज को ले जाने वाले स्वास्थ्यकर्मी पीपीई किट का इस्तेमाल करें।
-संभावित मरीज के आने वाले क्षेत्र को नोटीफाई करें। इसमें रहने वाले लोग सावधानी बरते। मरीज के संपर्क में आने वाली जगह की नियमित रूप से सफाई की जाए।
-मरीज से कम से कम लोग मिले। कमरे में आने वाले सभी कर्मचारियों व परिजनों का रिकार्ड सूचीबद्ध करे।
-किसी भी प्रकार का पेय पदार्थ कोल्डड्रिंक्स, आइसक्रीम, कुल्फी न खाए। डिब्बा बंद भोजन, पुराना बर्फ का गोला, सीलबंद दूध और दूध से बनी मिठाईयां जो 48 घंटे से पहले की बनी हो उसका सेवन न करे।
-विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक कोरोना वायरस से बचने के लिए अपने हाथों को साबुन या गरम पानी से धुले।
-खांसते, छींकते वक्त नाक और मुंह किसी टिश्यू पेपर या रुमाल से ढंके। क्योंकि यह वायरस छींक से भी फैलता है।
-कोरोना वायरस का लक्षण यदि किसी मरीज में पाया जाता है तो उसे जिला अस्पताल में अलग से भर्ती करने की व्यवस्था की गई है। लोग वायरस को लेकर सतर्क रहे। इसको लेकर एडवायजरी भी जारी की गई है।
डॉ. एसके शर्मा, सिविल सर्जन।