गेहूं खरीदी में शामिल होने वाले सभी कर्मचारियों का मेडिकल परीक्षण होगा। इसके साथ ही खरीदी प्रारंभ होती है तो सभी कर्मचारी समय-समय पर जरुरी एहतियात का पूरा पालन करेंगे। कर्मचारियों को खरीदी के दौरान सैनिटाइजर और दूसरी जरुरी सामग्री का किट दिया जाएगा। सहकारिता विभाग द्वारा किए जाने वाले गेहूं उपार्जन कार्य के लिये विपणन सहकारी संस्थाओं एवं प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्थाओं को दायित्व सौंपा गया है।
खरीदी प्रारंभ होने से पहले ही भंडारण की समस्या
जिले में किसानों से गेहूं खरीदी प्रारंभ नहीं हुई है,लेकिन भंडारण की समस्या सामने आने लगी है। दरअसल अधिकारियों को पता है कि इस बार जिले में गेहूं रखने के लिए पर्याप्त जगह नहीं है। इस समस्या से निपटने के लिए बहोरीबंद में 50 हजार मीट्रिक टन क्षमता का ओपन कैप तैयार होना था, लेकिन काम 30 मीट्रिक टन क्षमता का शुरू तो हुआ और वह भी अधूरा रह गया। रीठी में भी 50 हजार मीट्रिक टन क्षमता वाले ओपन कैप का निर्माण होना है, जो अब तक प्रारंभ नहीं हो सका।
इस संबंध में जिला आपूर्ति अधिकारी पीके श्रीवास्तव बताते हैं कि रबी उपार्जन के पहले ठेकेदार को ओपन कैप तैयार करने कहा गया था। लॉकडाउन में भी निर्माण करने की छूट दी गई, फिर भी ठेकेदार निर्माण पूरा नहीं करवा सका। वहीं एसडब्ल्यूसी के डीके हवलदार बताते हैं कि बहोरीबंद और रीठी दोनों ही स्थान पर ठेकेदार काम बंद कर दिया है।