रेत कारोबार पर बरही निरीक्षक, एसआइ का नहीं थम रहा विवाद, फिर वायरल हुआ वीडियो…
इस कारण से किया बदलाव
कामर्शियल मीटरों, बड़े भवन मालिक और छोटे उद्योगों में हर माह रीडिंग अधिक होने को लेकर विवाद की स्थिति बनती थी। साथ ही कई बार शिकायतें सामने आई कि मीटर रीडर बिना मौके पर जाए ही रीडिंग लिख देते हैं। बाद में विभाग के साथ ही उपभोक्ताओं को भी महीनों रीडिंग का सुधार कराने परेशान होना होता था। इसके चलते नए ऑनलाइन रीडिंग के लिए मीटर लगाए जा रहे हैं।
ऐसे करेगा काम
एएमआर मीटर में एक एंटीना या चिप लगाई गई है। जो उपभोक्ता की खपत की हर पल रीडिंग का रिकॉर्ड करेगा और बिजली कंपनी के साफ्टवेयर के जरिए ऑनलाइन डेटा को ट्रांसफर करेगा। ऐसे में उपभोक्ता के मीटर की रीडिंग व दबाव को अधिकारी ऑनलाइन बैठकर देख सकेंगे। जरूरत पडऩे पर उपभोक्ता भी रीडिंग जांच सकेंगे और बिल संबंधी समस्या सामने नहीं आएगी।
इनका कहना है…
10 किलो वॉट की क्षमता से अधिक के उपभोक्ताओं के यहां बिजली की रीडिंग की समस्या से निपटने एएमआर मीटर लगाए जा रहे हैं। पहले चरण में 18 सौ उपभोक्ताओं को चिन्हित किया गया है। इसमें डेटा 24 घंटे आनलाइन रहेगा और अधिकारी उसे देख सकेंगे।
एलपी खटीक, अधीक्षण अभियंता मप्र पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी