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मेरा क्या कसूर…: सडक़ किनारे मासूम को लावारिस छोड़ गई ‘निर्दयी मां’

An abandoned child found in Rethi

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कटनी

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Balmeek Pandey

Nov 11, 2024

An abandoned child found in Rethi

An abandoned child found in Rethi

रीठी बाइपास किनारे बिलखता मिला तीन माह का दुधमुंहा बच्चा, पुलिस को दी सूचना, भेजा गया किलकारी केयर सेंटर
स्थानीय लोगों ने बचाई मासूम की जान, पुलिस को सौंपी जानकारी, अज्ञात के खिलाफ एफआइआर दर्ज

कटनी. रीठी थाना क्षेत्र के बाइपास पर रविवार सुबह एक निर्दयी मां अपने तीन माह के दुधमुंहे बच्चे को सडक़ किनारे छोडकऱ चली गई। बच्चे के रोने किलकारियों से आसपास के लोगों को उसकी मौजूदगी का अहसास हुआ। सडक़ किनारे बच्चे के रोने की आवाज सुनकर स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और मासूम को उठाकर पुलिस को सूचना दी। सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकले सुमेरा पटेल ने बच्चे के रोने की अवाज झाडिय़ों में सुनी, उसने तत्काल बच्चे को गोद में उठाया और पुलिस को सूचना दी।
सूचना मिलते ही रीठी पुलिस मौके पर पहुंची और बच्चे को अपने संरक्षण में ले लिया। बच्चे की सेहत का ध्यान रखते हुए पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती करवाया। वहीं, पुलिस बच्चे के परिजनों का पता लगाने की कोशिश कर रही है ताकि मासूम को सुरक्षित तरीके से उसके परिवार के पास पहुंचाया जा सके।

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स्थानीय लोगों में आक्रोश
घटना के बाद से स्थानीय लोगों में गुस्सा देखा जा रहा है। लोगों का कहना है कि इस तरह मासूम को बेसहारा छोडऩे का कृत्य निंदनीय है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और बच्चे की मां तथा परिवार के बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है। अस्पताल में उपचार के बाद बच्चे की सुरक्षा व देखभाल के लिए किलकारी केयर सेंटर में रखवाया गया है।

वर्जन
रीठी बाइपास में एक तीन माह का लावारिश बच्चा मिला है। उसे किलकारी केयर सेेंटर पहुंचाया गया है। इस कृत्य पर अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 90 बीएनएस के तहत एफआइआर दर्ज करते हुए मामले को जांच में लिया है।
राजेंद्र मिश्रा, थाना प्रभारी रीठी।

वर्जन
किलकारी शिशु गृह झिंझरी में बच्चे को रखा गया है। वह स्वस्थ है। बच्चे का उपचार कराकर रखा गया है। इसके लिए क्लेमर का पता लगाया जाएगा। जानकारी लगने पर कलेक्टर न्यायालय के माध्यम से बच्चा सुपुर्द किया जाएगा। यदि क्लेमर नहीं मिलेगा तो बच्चा सरकार हो (लीगल फ्री) जाएगा। बच्चे का रजिस्ट्रेशन पोर्टल कारा पर अपडेट कराया जाएगा। इसके बाद गोद लेने की प्रक्रिया कराई जाएगी।
नयन सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास विभाग।