देशभर में 9 केंद्र, हजारों लाभान्वित
खास बात यह है ये दोनों दिव्यांग शहर की संस्था भगवान महावीर विकलांग पुनस्र्थापन केंद्र से जुड़े हैं। जिसकी देशभर में 9 संस्थाएं हैं। जो 1993 से दिव्यांगों के लिए काम कर रही है। संस्थाएं नासिक, जम्मू, मथुरा, राजकोट, भुज, बड़ौदा, पालनपुर, सूरत और कटनी में हैं। अबतक 4670 पीडि़तों के ऑपरेशन, 1768 पोलियों से ग्रसित बच्चों के ऑपरेशन सहित हजारों लोगों को कृत्रिम उपकरणों से लाभान्वित किया जा चुका है। यहां पर दिव्यांग कारीगर कैलिपर्स, लिक्स, वैशाखी, ऑथोपेडिक शूज, स्प्लैंड, आर्टिफिशील हैंड, मिडिल ऑर्च, निगार्ड आदि का निर्माण कर दिव्यांगों के लिए सहारा बने हुए हैं।
1993 से जारी है सेवा
अनिल जैन ने बताया कि 1993 में केंद्र की स्थापना हुई। तत्कालीन कलेक्टर संजयबंद उपाध्याय के सौजन्य से विशाखापटनम की टीम के द्वारा 156 बच्चों के पोलियों के ऑपरेशन कराये गए। उसके बाद कोटा वालों को बुलाकर उनको कैलीपर्स लगाए गए। दिव्यांगों के लिए पैर बनाए गए। अन्य जिलों में भी शिविर लगाकर जरुरतमंदों की मदद की गई। समाजसेवियों द्वारा जन सहयोग से केंद्र बनाया गया। इसके पहले शिविर लगाकर पूर्व में 4 हजार से अधिक नेत्र रोगियों के ऑपरेशन कराए गए। दवा, कंबल, चश्मा आदि का वितरण किया गया। अनिल जैन ने बताया कि प्रत्येक माह की 9 एवं 10 तारीख को कैंप का आयोजन होगा।