कटनीPublished: Nov 02, 2018 12:55:22 pm
dharmendra pandey
स्लीमनाबाद के ग्राम अमोच 27अक्टूबर की दरम्यिानी रात हुई महिला की हत्या का पुलिस ने किया खुलासा
Arrested for murder of woman
कटनी. 27 अक्टूबर की रात आग से चलने के कारण हुई महिला की मौत का स्लीमनाबाद पुलिस ने सोमवार को खुलासा कर दिया है। महिला का हत्यारा उसका पति ही निकला। पूछताछ में आरोपी पति ने बताया कि पत्नी दूजीबाई का उसने पहले गला दबाया। जब वह मर गई तो कैरोसिन डालकर आग लगा दी। जिससे वह पूरी तरह से चल गई। हत्या कारण दोनों के बीच आपसी विवाद होना बताया जा रहा है।
यह है मामला
थाना प्रभारी स्लीमनाबाद ने बताया कि ग्राम कोटवार द्वारा घटना की सूचना दी गई। जानकारी मिलते ही तुरंत टीम को घटना स्थल पर भेजा गया। वहां का मौका पंचनामा बनाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए स्लीमनाबाद लेकर आए। जहां पर डॉक्टरों ने शव का परीक्षण किया और शव के अधिक जल जाने के कारण इसका पोस्टमार्टम नहीं हो पाया। लगभग खाक जैसे हो चुके शव को परीक्षण व पोस्टमार्टम के लिए डॉक्टरों द्वारा जबलपुर रेफर किया गया। मामला संदिग्ध होने के कारण प्रकरण को दर्ज कर जांच में लिया गया है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही मामले का खुलासा हो पाएगा। इधर, मामले की जांच कर रहीं उपनिरीक्षक प्रीति पांडे ने बताया कि घटनावाले दिन ही पति सीताराम काछी ने रिपोर्ट दर्ज। उसने बताया कि शनिवार रात वह शौच करने गया था। लौटकर आया तो देखा की चारपाई पर लेटी पत्नी दूजीबाई पूरी तरह से जलकर राख हो चुकी है। इधर, सूचना मिलते ही फारेंसिक टीम भी मौका ए वारदात स्थल पर पहुंची। मामले की जांच की।
बेटी को करते थे परेशान:
पनागर क्षेत्र के पटना उमरिया निवासी बिहारी काछी ने बताया कि कुछ साल पहले उनकी बेटी का विवाह अमोच ग्राम निवासी सुमेरा काछी के बेटे सीताराम काछी की साथ हुआ था। आरोप है कि शादी के कुछ समय बाद से ही पति सीताराम व ससुर सुमेरा द्वारा दूजीबाई को परेशान किया जाने लगा। कई बार मायके में आकर उसने आप बीती सुनाई, लेकिन सभी ने समझा-बुझाकर उसे ससुराल भेज दिया। दूजीबाई के पति व ससुर को भी समझाइश दी गई, लेकिन उनके रवैए में कोई खास सुधार नहीं हुआ।
पड़ोसियों से मिली घटना की जानकारी:
बिहारीलाल ने बताया कि रविवार सुबह अमोच गांव के लोगों ने सूचना दी कि उनकी बेटी ने आग लगा ली है। वे मौके पर पहुंचे तो बेटी जली हुई अवस्था में पलंग के नीचे पड़ी मिली। पलंग के साथ दूजीबाई भी जलकर खाक हो चुकी थी। बिहारी लाल ने संदेह व्यक्त किया है कि आरोपित सीताराम व उसके पिता सुमेरा काछी ने पहले उनकी बेटी को पलंग में बांध दिया। इसके बाद मिट्टी तेल छिडककऱ आग लगाई है। शत-प्रतिशत दूजीबाई जल गई। जिस कारण उसकी मौत हो गई।
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