नहीं करना चाहते कोई गलती
पंचायत सचिव कमलेश मिश्रा ने बताया कि ग्रामीणों ने निर्णय लिया है कि कोरोना संकट के बने रहने तक न तो गांव का कोई व्यक्ति साथ लगती पंचायत व अन्य जगहों पर जाएगा। न ही अपने रिश्तेदारों को बुलाएगा। गांव में अगर कोई ऐसा करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जा सकती है। हालांकि, जिले सहित ढीमरखेड़ा तहसील क्षेत्र में अभी तक कोरोना का एक भी मामला सामने नहीं आया है। इसके बावजूद ग्रामीण पूरी जागरूकता के साथ किसी प्रकार का खतरा मोल नहीं लेना चाहते। हालांकि गांव के लोंगो ने पंचायत की इस प्रकिया को अपनाने लगे हैं।
युवक को आइसोलेशन में रखा
इधर, मजदूरी करने अहमदाबाद गया एक युवक जब महनेर अपने गांव वापस लौटा। देररात को ही ग्रामीणों ने की सूचना पर प्रशासन के साथ उमरियापान से पहुचीं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने युवक का स्वास्थ्य परीक्षण किया। डॉक्टरों ने शुरुआती जांच में ही युवक स्वस्थ पाया गया। इसके बावजूद परिजन व ग्रामीणों से चर्चा के बाद प्रशासन ने युवक को गांव के ही शासकीय स्कूल में आइसोलेशन बनाकर कुछ दिनों के लिए रखा गया। युवक के खाने और रहने की सम्पूर्ण व्यवस्था ग्राम पंचायत के द्वारा कराई जाती है।