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बहरेपन की बीमारी का पता लगाने स्वास्थ्य विभाग को दी गई ऑडियोमीटर मशीन गायब

locationकटनीPublished: Mar 15, 2020 11:44:35 am

Submitted by:

dharmendra pandey

-सामाजिक न्याय विभाग ने ऑडियोमीटर मशीन खरीदने साल 2002 में निराश्रित निधि से मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिए थे 40 हजार रुपये -बहरेपन की बीमारी की जांच कराने जिला अस्पताल पहुंच रहे मरीजों को किया जा रहा मेडिकल कॉलेज जबलपुर रैफर

health department

जिला अस्पताल।

कटनी. बहरेपन की बीमारी का पता लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग को दी गई ऑडियोमीटर मशीन गायब हो गई है। इससे सरकारी अस्पताल पहुंच रहे मरीजों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। डॉक्टरों द्वारा मरीजों को जांच के लिए मेडिकल कॉलेज जबलपुर भेजा जा रहा है। इससे मरीजों को कई प्रकार की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इधर ऑडियोमीटर मशीन को लेकर जिले का स्वास्थ्य विभाग का अमला भी अंजान बना हुआ है। बतादें कि बहरेपन की बीमारी से जूझ रहे मरीजों की जांच जिले में ही हो जाए। उन्हें किसी दूसरे शहर न जाना पड़े। इसके लिए सामाजिक न्याय विभाग द्वारा साल 2002 में मशीन खरीदने के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निराश्रित निधि से 40 हजार रुपये की राशि दी गई थी। इस राशि से स्वास्थ्य विभाग को ऑडियोमीटर मशीन खरीदनी थी। जांच कराने हर दिन 5 से 6 मरीज पहुंचते है अस्पताल बहरेपन (कम सुनाई देने) का पता लगाने के लिए हर दिन 5 से 6 श्रवण बाधित मरीज जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं। मशीन की सुविधा नहीं होने की वजह से विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा मरीजों को मेडिकल कॉलेज जबलपुर रैफर किया जा रहा है। इससे श्रवण बाधित मरीजों को जांच कराने के लिए समस्याओं से जूझना पड़ रहा है।
श्रवण बाधित मरीजों को यह मिलता फायदा
बहरेपन की समस्या से जूझ रहे मरीजों को जिले में ही जांच की सुविधा मिल जाती तो उन्हें परीक्षण कराने किसी दूसरे शहर में नहीं जाना पड़ता। इसके अलावा मरीजों को यहीं पर यह भी पता चल जाता कि कितने फीसदी वह बहरेपन का शिकार का है।

-इस संबंध में मुझे कोई जानकारी नहीं है। मेरे समय का मामला भी नहीं है। पता लगवाता हूं की ऑडियोमीटर मशीन कहा है। इसके बाद ही कुछ बता पाउंगा।
डॉ. एसके शर्मा, सिविल सर्जन जिला अस्पताल कटनी।

-मामला बहुत पुराना है। इस संबंध में जानकारी भी नहीं है। पता लगवाता हूं की ऑडियोमीटर मशीन के लिए जो पैसा दिया गया था उसकी मशीन कहा है।
गौरव पुष्प, प्रभारी सामाजिक न्याय विभाग।

-इस संबंध में मुझे कोई जानकारी नहीं है। ऑडियोमीटर मशीन खरीदी को लेकर रुपये किसने दिए थे और कब दिए थे। यह पता करके ही बता पाउंगा। वर्तमान समय में बहरेपन का परीक्षण कराने मरीजों को जबलपुर भेजा रहा है। अस्पताल में साउंडफ्रूप चेंबर नहीं होने की वजह से रैफर किया जा रहा है।

डॉ. एसके निगम, सीएमएचओ।

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