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पांच दिन में बनकर तैयार हुआ प्रदेश का दूसरा ऑटोमेटिक वैदर स्टेशन, किसानों को बड़ा फायदा

locationकटनीPublished: May 04, 2021 08:31:31 pm

Submitted by:

balmeek pandey

किसानों व जिलों वासियों को पल-पल मिलेगी मौसम की जानकारी, मेघदूत एप के माध्यम से घर बैठे होंगे रू-ब-रू, कृषि विज्ञान केंद्र पिपरौंध में शुरू हुआ केंद्र, भारत मौसम विज्ञान नई दिल्ली की पहल

पांच दिन में बनकर तैयार हुआ प्रदेश का दूसरा ऑटोमेटिक वैदर स्टेशन, किसानों को बड़ा फायदा

पांच दिन में बनकर तैयार हुआ प्रदेश का दूसरा ऑटोमेटिक वैदर स्टेशन, किसानों को बड़ा फायदा

कटनी. जिले के किसानों व लोगों के लिए बड़ी खुश खबर है। कृषि विज्ञान केंद्र पिपरौंध में पांच दिनों में 8 लाख रुपये की लागत से ऑटोमेटिक वैदर स्टेशन तैयार किया गया है। यह स्टेशन 27 अप्रैल से चालू हो गया है और मेघदूत एप पर मौसम संबंधी जानकारी मिलना शुरू हो गई है। अब हर आधा घंटे के अंतराल में मौसम संबंधी सभी डेटा प्राप्त हो सकेंगे। बता दें कि भारत मौसम विज्ञान नई दिल्ली के द्वारा यह स्टेशन लगाया गया है। इसकी मॉनीटरिंग कृषि विज्ञान केंद्र पिपरौंध में पदस्थ कृषि मौसम वैज्ञानिक संदीप चंद्रवंशी के द्वारा की जा रही है। इस स्टेशन के लग जाने से कृषक अब मौसम का सटीक विश्लेषण कर पाएंगे। किसानों को इससे न सिर्फ पूर्वानुमान की जानकारी होगी बल्कि, क्षेत्रवार औसत आंड़े मिलते थे, लेकिन अब सटीक आंकड़े मिल सकेंगें। किसान अब मौसम आधारित न सिर्फ खेती कर सकते हैं बल्कि उपज भी बचा सकते हैं। उमरियापान, बिलहरी जैसे क्षेत्र में पान की खेती करने वाले किसानों के लिए वरदान साबित होगा। पान कृषकों को तापमान की जानकारी मिलने से अपनी फसल को सहेज सकेंगे। सब्जी उत्पादक किसानों के लिए विशेष फायदा होगा और वे सिंचाई आदि की शेड्यूलिंग कर पाएंगे।

यह मिल रही जानकारी
संदीप चंद्रवंशी ने बताया कि ऑटोमेटिक वैदर स्टेशन से अधिकतम तापमान, न्यूनतम तापमान, अधिकतम आद्रता, न्यूनतम आद्रता, रैनफॉल (बारिश की जानकारी), साथ ही साथ किसानों के लिए मृदा में नमी की मात्रता 10 सेंटीमेंटर, 30 सेंटीमीटर, 70 सेंटीमीटर और 100 सेंटीमीटर पर मृदा में नमी की मात्रता और तापमान की जानकारी मिलने लगी है। एडब्ल्यूएस लगने से कटनी जिले में जीरों से लेकर पांच घंटे के लिए चेतावनी जारी होती है वह किसानों को मिल सकेगी।

मेघदूत एप के माध्य से मिलेगी जानकारी
मौसम के पल-अप के अपडेट के लिए किसानों व लोगों का अपने मोबाइल पर मेघदूर एप डाउनलोड करना पड़ेगा। इस एप के माध्य से कटनी जिले के किसानों को मध्यम अवधि का पूर्व अनुमान, अगले पांच दिन और पिछले पांच दिनों के मौसम की भी जानकारी मिल रही है। किसानों के लिए यह वरदान साबित होगी। पूर्वी मध्यप्रदेश में यह पहला एडब्ल्यूएस लगा हुआ है। छिंदवाड़ा से लेकर रीवा तक का पहला स्टेशन है। ऐसे पूर्वी मध्यप्रदेश के छह स्थानों पर व पश्चिमी क्षेत्र में 7 लगने हैं।

इनका कहना है
कृषि विज्ञान केंद्र पिपरौंध में ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन मशीन चालू हो गई है। मशीन के जरिये अब किसानों को सटीक आंकड़े मेघदूत एप के माध्यम से मिल सकेंगे। यह किसानों के लिए बड़ा ही लाभदायक साबित होगा।
डॉ. एके तोमर, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं केंद्र प्रमुख।

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