यह मिल रही जानकारी
संदीप चंद्रवंशी ने बताया कि ऑटोमेटिक वैदर स्टेशन से अधिकतम तापमान, न्यूनतम तापमान, अधिकतम आद्रता, न्यूनतम आद्रता, रैनफॉल (बारिश की जानकारी), साथ ही साथ किसानों के लिए मृदा में नमी की मात्रता 10 सेंटीमेंटर, 30 सेंटीमीटर, 70 सेंटीमीटर और 100 सेंटीमीटर पर मृदा में नमी की मात्रता और तापमान की जानकारी मिलने लगी है। एडब्ल्यूएस लगने से कटनी जिले में जीरों से लेकर पांच घंटे के लिए चेतावनी जारी होती है वह किसानों को मिल सकेगी।
मेघदूत एप के माध्य से मिलेगी जानकारी
मौसम के पल-अप के अपडेट के लिए किसानों व लोगों का अपने मोबाइल पर मेघदूर एप डाउनलोड करना पड़ेगा। इस एप के माध्य से कटनी जिले के किसानों को मध्यम अवधि का पूर्व अनुमान, अगले पांच दिन और पिछले पांच दिनों के मौसम की भी जानकारी मिल रही है। किसानों के लिए यह वरदान साबित होगी। पूर्वी मध्यप्रदेश में यह पहला एडब्ल्यूएस लगा हुआ है। छिंदवाड़ा से लेकर रीवा तक का पहला स्टेशन है। ऐसे पूर्वी मध्यप्रदेश के छह स्थानों पर व पश्चिमी क्षेत्र में 7 लगने हैं।
इनका कहना है
कृषि विज्ञान केंद्र पिपरौंध में ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन मशीन चालू हो गई है। मशीन के जरिये अब किसानों को सटीक आंकड़े मेघदूत एप के माध्यम से मिल सकेंगे। यह किसानों के लिए बड़ा ही लाभदायक साबित होगा।
डॉ. एके तोमर, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं केंद्र प्रमुख।