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कलेक्टर के इस मंत्र से सुधरेगा बोर्ड का रिजल्ट, अफसरों को दिए ये सख्त निर्देश

locationकटनीPublished: May 28, 2018 11:00:19 am

Submitted by:

dharmendra pandey

कक्षा ३से ८वीं तक के बच्चों की शिक्षा में सुधार लाने कर रहे नवाचार, तैयार करवा रहे मॉड्यूल

Collector

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कटनी. जिले के सरकारी हाइस्कूल व हायर सेकंडरी स्कूलों के गिरते परीक्षा परिणाम में सुधार लाने कलेक्टर केवीएस चौधरी द्वारा एक नवाचार किया जा रहा है। इसके लिए वे कक्षा ३ से ८वीं तक के विद्यार्थियों की शिक्षा गुणवत्ता में सुधार कराएंगे। विषय विशेषज्ञों से विषय वार वर्क बुक तैयार कराई जा रही है। इसी वर्क बुक के आधार पर कक्षा ३ से ८वीं तक के बच्चों की पढ़ाई कराई जाएगी। परीक्षा परिणाम सुधारने को लेकर कलेक्टर द्वारा किया जा रहा यह प्रयास जुलाई से जिलेभर की समस्त प्राइमरी व मिडिल स्कूलों में शुरू हो जाएगा। इसकी तैयारी भी शुरू हो चुकी है। विषयवार वर्क बुक तैयार करने के लिए लगभग ३० शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। १५ जून तक वर्क बुक बनाकर देने के निर्देश दिए है। शिक्षा विभाग के अफसरों से मिली जानकारी के अनुसार आरटीई के तहत कक्षा ८वीं तक के बच्चों को फेल नहीं किया जा सकता। कमजोर बच्चे हाइस्कूल व हायर सेकंडरी स्कूलों की कक्षाओं में पहुंचते है। कलेक्टर द्वारा किए जा रहे इस प्रयास से कक्षा ३से ८वीं तक के बच्चों की शिक्षा में सुधार आएगा।

इनका कहना है
कक्षा ३ से ८वीं तक के विद्यार्थियों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए माड्यूल बनवाया जा रहा है। बाद में सभी बच्चों व शिक्षकों को हैंडबुक दी जाएगी। प्रशिक्षण दिया जाएगा। ताकि परीक्षा परिणाम व गुणवत्ता में सुधार लाया जा सके।
केवीएस चौधरी, कलेक्टर।
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४ माह पहले मिला टेंडर, शुरू नहीं हो पाया ऑडिटोरियम हॉल का निर्माण कार्य
१८ लाख रुपये की लागत से होना है शासकीय तिलक कॉलेज में बने ऑडिटोरियम हॉल का नवीनीकरण
कटनी. शासकीय तिलक कॉलेज में बने पुराने ऑडिटोरियम हॉल को नए तरीके से बनाने का कार्य अब तक शुरू नहीं हो पाया है। निर्माण एजेंसी द्वारा लगातार लापरवाही बरती जा रही है।
शाकसीय तिलक कॉलेज के पास होने वाले आयोजनों के लिए ऑडिटोरियम हॉल नहीं था। ऐसे में कार्यक्रमों के आयोजन को लेकर कॉलेज प्रबंधन को परेशान होना पड़ता था। इसी बीच साल २००५-०६ में कॉलेज को ऑडिटोरियम हॉल की सौगात मिली। बनकर तैयार भी हो गया, लेकिन इसमें कुछ कमियां रह गई। जिसको पूरा कराने व नए तरीके से ऑडिटोरियम हॉल के निर्माण के लिए जनभागीदारी से १८ लाख रुपये की फिर से मंजूरी मिली। पीडब्ल्यूडी विभाग को कराने की जिम्मेदारी दी गई। निर्माण कार्य को लेकर लगभग ४ माह पहले टेंडर भी जारी किए जा चुके है। उसके बाद भी कार्य शुरू नहीं हो पा रहा है। स्थिति यह है कि पैसा देने के बाद कॉलेज प्रबंधन को ऑडिटोरियम हॉल बनवाने के लिए परेशान होना पड़ रहा है। कॉलेज प्राचार्य डॉ. सुधीर खरे ने बताया कि निर्माण कार्य जल्द से जल्द पूरा हो इसके लिए संबंधित विभाग से पत्राचार किया जा चुका है। कलेक्टर को भी इस संबंध में जानकारी दी चुकी है।
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