जानकारी के अनुसार रेलवे स्टेशन के समीप ही श्री राम मंदिर है, मंदिर के सामने करीब सात साल पहले रेलवे द्वारा एक दीवार खड़ी कर दी गई थी, जिसे हटाने की मांग हिंदू संगठनों द्वारा लंबे समय से की जा रही थी, हालही कुछ दिन पहले भी हिंदू संगठन दीवार को तोडऩे पहुंचे थे, लेकिन पुलिस प्रशासन ने उन्हें रोक लिया था, हालांकि उस दिन भी लोकार्पण पट्टिका को तोड़ ही दिया था।
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इस बार दीवार तोड़कर ही दम लेंगे
देशभर में रविवार को रामनवमीं मनाई जा रही है, इससे पहले अष्टमी के दिन शनिवार को हिंदू संगठन एक जुट हुए और फिर रेलवे स्टेशन पहुंचकर दीवार को तोडऩे लगे, इस बार उन्होंने किसी की एक न सुनी और दीवारों पर घन और हथोड़े चलाना शुरू कर दिए, जानकारी मिलते ही काफी संख्या में पुलिस बल पहुंचा, सख्ती भी अपनाई गई, लेकिन काफी संख्या में एकत्रित हुए संगठनों के लोगों के आगे किसी की एक न चल पाई। इस दौरान दीवार के एक हिस्से को पूरी तरह से तोड़ दिया गया है। हिंदू संगठन के लोगों ने संकल्प लिया है कि वह मंदिर के सामने खड़ी दीवार को तोड़कर ही रहेंगे। क्योंकि लगातार पुलिस प्रशासन से मंदिर के सामने से दीवार हटाने की मांग की जा रही थी, लेकिन आज तक किसी ने इस ओर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया। ऐसे में आक्रोशित लोगों ने दीवार को तोडऩा शुरू कर दिया और काफी दीवार तोड़ दी गई है, खबर लिखे जाने तक दीवार तोडऩे का काम चल रहा था।