केस 1
मेरे द्वारा 2017 में प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए फार्म भरा गया। कई बार नगर निगम गया, अधिकारियों से गुहार लगाई। आश्वासन मिलता रहा, लेकिन आवास का लाभ अबतक नहीं मिला।
घनश्याम गोंटिया, भट्टा मोहल्ला।
केस 2
2017 से लेकर अबतक मैं दो बार प्रधानमंत्री आवास के लिए नगर निगम में फार्म भर चुका हूं। पहले बताया गया कि लिस्ट में नाम हैं, लेकिन अब कह रहे हैं कि तुम्हारा योजना में नाम ही नहीं है।
मुकुंद थापा, भट्टा मोहल्ला।
पार्षद से प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने मांग की गई थी। उनके द्वारा दो बार नगर निगम में चार बार फार्म भरवाया गया, लेकिन जब नगर निगम जाकर पूछा कि रुपये नहीं आए तो कह दिया कि लिस्ट में नाम नहीं है।
जमुना गोटिया, बगरहटी कावसजीवार्ड।
चार साल पहले नगर निगम में जाकर फार्म भर चुका हूं। नगर निगम के अधिकारी-कर्मचारी कह रहे थे कि डीपीआर बन गई है, शीघ्र रुपये खाते में आएंगे, लेकिन अभी तक न आवास की स्वीकृति हुई न राशि मिली।
पुन्ना चौधरी, झर्राटिकुरिया।
हमारी इतनी हैसियत नहीं हैं कि पक्का मकान बना लें, सरकार कह रही है कि पक्का मकान बनाकर देंगे। फार्म भी चार बार नगर निगम में भरवाए गए, लेकिन अभी तक हमें आवास योजना का लाभ नहीं मिला।
लोकराम जाटव, भीमराव चौक।
इनका कहना है
पीएम आवास योजना के तहत हितग्राहियों ने यदि फार्म भरा है और उनको लाभ अबतक क्यों नहीं मिला यह दिखवाया जाएगा। इसमें विभागीय अधिकारी से चर्चा करेंगे।
आरपी सिंह, आयुक्त नगर निगम।