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किसानों को इस बार गेहूं बेचने में मिल रही बड़ी राहत, हो रही यह खास पहल

locationकटनीPublished: Apr 26, 2019 12:10:26 pm

Submitted by:

balmeek pandey

अब 48 नहीं 24 घंटे में किसानों के खाते में पहुंच रही राशि, किसानों की समस्या निपटने ‘रेडी टू ट्रांसपोर्ट’ के बाद जारी हो रहे इ-चालान, हो रहा भुगतान

Benefits to Farmers in Wheat Payment

Benefits to Farmers in Wheat Payment

कटनी. धान की खरीदी और इसके पहले समर्थन मूल्य पर हुई गेहूं खरीदी में किसानों को भुगतान के लिए खासा परेशान होना पड़ा था। नियम 48 घंटे के अंदर भुगतान का था, लेकिन एक से दो सप्ताह यहां तक कि 15 से 20 दिन बाद तक भुगतान नहीं हो पा रहा था। लेकिन इस बार समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी में प्रशासन द्वारा खास पहल की गई है। अब ‘रेडी टू ट्रांसपोर्टÓ सिस्टम के तहत किसानों का 24 घंटे में खाता में भुगतान हो रहा है। इससे किसानों को काफी राहत मिल रही है। जैसे ही विभाग से मिले मैसेज के अनुसार किसान केंद्र में अपनी उपज लेकर पहुंचता है और उसके अनाज की तुलाई हो जाती है तत्काल वह रिकॉर्ड में चढ़ जाता है। केंद्र में रिकॉर्ड में चढऩे के बाद खरीदी केंद्र प्रभारी रिपोर्ट ऑनलाइन कर रहे हैं। इसके बाद यह दर्शाया जाता है कि यह अनाज इतनी मात्रा में ट्रांसपोर्टिंग के लिए तैयार है। इसके बाद इ-चालना जारी हो जाता है। रिपोर्ट भोपाल पहुंच जाती है। वहां से राशि जारी करने की अनुमति प्राप्त हो जाती है। समिति प्रबंधक के जिडिटल साइन के माध्यम से 24 घंटे के अंदर किसानों को भुगतान प्राप्त हो जा रहा है।

यह है अबतक की स्थिति
जिले में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के लिए 56 केंद्र बनाए गए हैं। 757 किसानों से 58 हजार 839.89 क्विंटल गेहूं की खरीदी की जा चुकी है। 293 किसानों के गेहंू का परिवहन किया जा चुका है। वहीं 51 हजार 785 क्विंटल अनाज परिवहन के लिए तैयार है। रेडी टू ट्रांसपोर्ट के मान से किसानों का भुगतान हो गया है। इसके पहले तक खरीदी के बाद जब अनाज वेयर हाउस जमा हो जाता था तो वहां वे डब्ल्यूएचआर जारी होता था इसके बाद भुगतान की प्रक्रिश शुरू होती थी। अबतक 176 किसानों को 78 लाख रुपये का भुगतान किया जा चुका है। जिन किसानों के भुगतान में बिलंब हुआ है वह इपीओ के कारण हो रहा है।

इनका कहना है
किसानों को भुगतान प्राप्त करने में परेशानी न हो इसलिए इस बार नए नियम लागू किए गए हैं। केंद्र में तुलाई और रिपोर्ट ऑनलाइन होने के साथ ही जैसे ही गेहूं ट्रांसपोर्ट के लिए रेडी हो जाता है तो 24 घंटे के अंदर किसानों को भुगतान किए जाने की व्यवस्था शुरू की गई है।
डॉ. अरुण मसराम, सहायक आयुक्त सहकारिता।

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