विधायक के 15 दिन का आश्वासन देकर आंदोलन को स्थगित करने की घोषणा करने के बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली। इस दौरान लालसोट विधायक ने बिजली निगम की ओर से वीसीआर के नाम पर उपभोक्ताओं के खिलाफ की जा रही कार्रवाई को 15 दिन में नहीं रोकने पर बड़े स्तर पर आंदोलन करने की चेतावनी भी दी।
लालसोट विधायक की ओर से प्रस्तावित रेल रोको आंदोलन को लेकर सभी जिला स्तरीय अधिकारी गुरुवार से सकते में थे और उन्हें समझौता वार्ता के लिए मनाने की तैयारी कर रहे थे। शुक्रवार सुबह अधिकारियों ने उन्हें वार्ता के लिए राजी कर लिया और सुबह करीब 9 बजे कलक्टर कार्यालय में वार्ता शुरू कर दी। इस दौरान विधायक जमकर अधिकारियों को बिफरे। उन्होंने एक अधिकारी पर तो बिना पैसे के काम नहीं करने का आरोप भी लगाया।
इसी प्रकार खातेदारी भूमि पर सड़क बनाने के मामले में सम्बन्धित विभाग के अधिकारी संतोषप्रद जवाब नहीं सके। ओलावृष्टि में फसल खराब होने को लेकर सरकार की ओर से किसानों के चार माह के बिजली के बिल माफ करने की घोषणा के बाद भी राहत नहीं मिलने के मामले में जिला कलक्टर ने जल्द बिल माफ कराने का आश्वासन दिया। इसी प्रकार चिटफण्ड कम्पनी संचालित कर क्षेत्रकी जनता के रुपए लूटने के मामले नामजद आरोपितों की गिरफ्तार नहीं किए जाने पर एसपी ने जल्द कार्रवाईका भरोसा दिलाया।
इसी प्रकार विधायक की मांग पर कलक्टर ने किशनपुरा में किसान कैलाश सैनी व खानवास में रामकुवार बैरवा के खेत में पानी मोड़ते समय मौत होने के मामले में परिजनों को तीन-तीन लाख रुपए का मुआवजा दिलाने, नाहरखोहरा ग्रिड सब स्टेशन के मामले में, आरटीओ द्वारा ट्रैक्टरों के खिलाफ की जा रही अवैध कार्रवाई को रुकवाने, ट्रांसफॉर्मर देने के दौरान निगम की ओर से दिए जाने वाले किराए के मामले में अपेक्षित कार्रवाईका भरोसा दिलाया।
इस दौरान विधायक ने कहा कि खनिज विभाग की ओर से कईलोगों को खनन के लिए लीज जारी कर रखी है, लेकिन लीजधारक निर्धारिज जगह पर खनन न करके दूसरी जगह कर रहे हैं, लेकिन विभाग उन पर कार्रवाईनहीं कर रहा है। इसी प्रकार उन्होंने पीजी कॉलेज के कला संकाय को पुराने भवन में ही संचालित करने, चुनवों के दौरान विद्यार्थियों को नाजायज परेशान नहीं करने की भी मांग की। इस पर कलक्टर व एसपी ने कार्रवाईका भरोसा दिया।इसके बाद विधायक ने मांगों को पूरा करने के लिए 15 दिन का समय देकर आंदोलन स्थगित करने की घोषणा कर दी।