कटनीPublished: Sep 17, 2018 12:06:53 pm
mukesh tiwari
गोवर्धन योजना को लेकर कराया जा रहा सत्यापन, स्थापित होंगे बायोगैस संयंत्र
Biogas plant to be set up in Gram Panchayats
कटनी. गोवर्धन योजना से बहोरीबंद ब्लॉक की चार ग्राम पंचायतों की महिलाओं को लकड़ी से खाना बनाने के दौरान आंखों को नुकसान पहुंचाने वाले धुएं से निजात मिलेगी। योजना के तहत पांच हजार से अधिक आबादी वाली चार पंचायतों का चयन किया गया है और उनके सत्यापन की कार्रवाई की जा रही है। पंचायतों के सत्यापन के बाद योजना के तहत बायोगैस संयंत्र स्थापित होगा और उसके बाद महिलाओं को चूल्हे की जगह गैस चूल्हे से खाना पकाने की सुविधा मिलेगी। इतना ही नहीं स्थानीय कृषकों को भी गुणवत्ता वाली खाद मिल सकेगी। सरकार की ओर से गोवर्धन योजना के तहत गांवों का चयन कर उनमें बायोगैस संयंत्र लगाने के साथ ही स्वच्छ भारत मिशन में ठोस व तरल कचरा प्रबंधन का का काम कराया जाना है। बहोरीबंद ब्लॉक में 5 हजार से अधिक आबादी वाली 4 ग्राम पंचायतें हैं, जिसमें बहोरीबंद, तेवरी, कौडिय़ा और स्लीमनाबाद शामिल है। जनपद द्वारा पंचातयों की वर्तमान जनसंख्या का सत्यापन कराया जा रहा है।
पशुधन की संख्या पर मिलेगी प्राथमिकता
गोवर्धन योजना के तहत ब्लॉक की जिस ग्राम पंचायत में पशुधन की संख्या 30 से 40 फीसदी होगी, उसी को योजना मेंं प्राथमिकता दी जाएगी। ग्रामीणों के समूह में पहली प्राथमिकता महिला स्वयं सहायता समूह की होगी। जिस ग्राम पंचायत का सत्यापन के बाद चयन होगा, उस गांव में कम से कम १५० परिवार शामिल होंगे। चयनित गांवों बायोगैस तैयार होगी और एक निर्धारित स्थान पर संयंत्र लगाया जाएगा, जिसमें सभी पशुपालक गोबर डालेंगे। इससे बनने वाली गैस से ग्रामीणों को चूल्हे जलाने के लिए कनेक्शन दिए जाएंगे।
इनका कहना है
गोवर्धन योजना के तहत चार पंचायतों में बायोगैस बनाए जाने की योजना बनाई गई है। योजना के तहत स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन के तहत ग्राम पंचायतों शामिल किया गया है। आबादी के सत्यापन का कार्य शुरू हो गया है।
शिवानी जैन, जनपद सीइओ बहोरीबंद