भाजपा की जिला कार्यकारिणी को लेकर कहा जा रहा है कि दो नाम में सहमति नहीं बन पाने के कारण लगातार विलंब हो रहा है। महामंत्री पद के लिए चल रहे इन नामों को लेकर कुछ विधायकों द्वारा सीधे नकार दिए जाने के कारण भी समन्वय नहीं बन पा रही है। फिर चाहे संगठन की दृष्टि से इनका काम भले ही बेहतर हो।
भाजपा की जिला कार्यकारिणी में 22 से ज्यादा पदाधिकारी शामिल हो सकते हैं। इसमें तीन महामंत्री, आठ उपाध्यक्ष, आठ मंत्री, एक-एक कोषाध्यक्ष व कार्यालय मंत्री सहित इन्ही पदों में सह पदाधिकारियों के अलावा अन्य पद शामिल हैं कटनी की जिला कार्यकारिणी घोषित नहीं होने को लेकर जिम्मेदार पदाधिकारी यह कहकर संतोष कर ले रहे हैं कि अन्य जिलों की कार्यकारिणी घोषित नहीं हुई है। दूसरी राजनीति के जानकारों का कहना है कि कार्यकारिणी घोषित होने से संगठन को मजबूती मिलती है। पूर्व के जिलाध्यक्ष 6 माह में कार्यकारिणी घोषित करते रहे हैं।
इस बारे में भाजपा के जिलाध्यक्ष रामरतन पायल बताते हैं कि जिला कार्यकारिणी में विलंब जैसी बात नहीं है। दूसरे कई जिलों की भी कार्यकारिणी घोषित नहीं हुई है। किसी पद को लेकर समन्वय नहीं बनने जैसी बात नहीं है। हमने सूची तैयार कर भोपाल भेजी है। सहमति मिलते ही कार्यकारिणी घोषित की जाएगी।