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नसबंदी के लिए सुबह से बुलाया, रात में हुआ ऑपरेशन, जिम्मेदारी किसकी?

locationकटनीPublished: Dec 07, 2021 02:41:39 pm

Submitted by:

Faiz

नसबंदी के लिए सुबह 10 बजे से इंतजार, शाम 6 बजे पहुंचे डॉक्टर। डॉक्टर भी आखिर क्या करें, 7 हजार से ज्यादा ऑपरेशन का लक्ष्य और सर्जन सिर्फ 1।

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नसबंदी के लिए सुबह से बुलाया, रात में हुआ ऑपरेशन, जिम्मेदारी किसकी?

कटनी. मध्य प्रदेश के कटनी जिले के बहोरीबंद स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सोमवार को 109 महिलाओं की नसबंदी ऑपरेशन होनी थी। इन्हें सुबह 10 बजे ही अस्पताल बुलवा लिया गया, लेकिन डॉक्टर शाम 6 बजे पहुंचे। दिनभर महिलाएं नसबंदी के लिए डॉक्टर का इंतजार करती रहीं और ऑपरेशन शाम 6 बजे के बाद प्रारंभ हुआ।


इसके बाद रात में ऑपरेशन के बाद महिलाओं के साथ ही उनके परिजन को भी ठंड में परेशान होना पड़ा। इस साल जिलेभर में 7300 से ज्यादा नसबंदी का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जानकर हैरानी होगी कि इसकी जवाबदारी एक डॉक्टर के ही कांधो पर ही है। सर्जन डॉक्टर आरबी सिंह बताते हैं कि, परिवार कल्याण कार्यक्रम में नसबंदी लक्ष्य पूरा करने के लिए और डॉक्टर जरुरी हैं। वहीं, इस संबंध में सीएमएचओ डॉ. प्रदीप मुढ़िया बताते हैं कि, नसबंदी के लिए जिले में एक ही डॉक्टर हैं। पान उमरिया में कैंप के दौरान जबलपुर और बरही में ऑपरेशन करने उमरिया से डॉक्टर आते हैं।

 

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महिलाओं ने कहा ऑपरेशन से ज्यादा इंतजार तकलीफदेह

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बहोरीबंद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सुबह 10 बजे से पहुंची इमलिया की रजनी राय, हिनोति की राधा यादव, पटोरी से सुनीला लोधी और 11 बजे अस्पताल पहुंची पटना मढिय़ा की राजकुमारी और पथराड़ी पिपरिया की रेखा चौधरी व कूड़ा मर्दानगढ़ की पूजा गोटिया बतातीं हैं कि यहां नसबंदी से ज्यादा तकलीफ डॉक्टर के इंतजार से होती है।

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