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यहां चार करोड़ की नहर का पहली बारिश में हुआ ये हाल…

locationकटनीPublished: Jul 19, 2018 11:52:17 am

Submitted by:

mukesh tiwari

4 करोड़ का नहर नहीं झेल पाया पहली बारिश, एक साल पहले निर्माण, कई जगह से टूटी, सकरवारा जलाशय की 13 किमी. लंबी नहर का सिंचाई विभाग ने कराया था निर्माण

Canal of reservoir was damaged

Canal of reservoir was damaged

कटनी. किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए बहोरीबंद के सकरवारा जलाशय की बनाई गई नहर एक साल में ही क्षतिग्रस्त हो गई। चार करोड़ की लागत से बनी नहर कई जगह बह गया। दरारें पड़ गई। किसानों ने बताया कि आज तक नहरों से पानी की सप्लाई ङ्क्षसचाई के लिए नहीं की गई है। इसके बाद भी नहर के कई स्थानों पर टूट जाने से निर्माण में अनियमितता का उदाहरण माना जा रहा है। इतना ही नहीं ग्रामीणों ने नहर के काम के दौरान ठेकेदार द्वारा स्थानीय भसुआ मिट्टी व नाले की रेत का उपयोग करने की भी शिकायत दर्ज कराई थी। जिसे जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने नजर अंदाज कर दिया और उसका नतीजा यह हुआ कि सरकार की करोड़ों रुपये की राशि खर्च होने के बाद भी नहर का लाभ किसानों को नहीं मिल पाएगा। निर्माण पूरा होने के बाद भी अधिकारियों ने अभी तक नहर के कार्य का बारीकी से निरीक्षण नहीं किया है।

इन स्थानों पर टूटी नहर
– घनश्याम बाग दद्दाधाम आश्रम के पास नहर टूट गई।
– पट्टीकला, पटोरी में टूटने के साथ ही गड्ढ़े हो गए।

आठ माह पूर्व ग्रामीणों ने किया था विरोध
सिंचाई विभाग द्वारा ठेकेदार के माध्यम से नहर का काम कराया गया था। जिसमें स्थानीय भसुआ मिट्टी व नाले की रेत का उपयोग करने पर 10 अक्टूबर 2017 को ग्रामीणों ने विरोध दर्ज कराया था।

शिकायत किया नजरअंदाज:
किसान राकेश, जनपद सदस्य अनार सिंह, नरेश साहू, जहान सिंह, ब्रजकिशोर, जवाहर सिंह पटेल ने बताया कि नहर निर्माण के दौरान अनियमितता की शिकायत पहले ही अधिकारियों से की गई थी। जलसंसाधन विभाग के अधिकारियों ने शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया।

इनका कहना है…
सकरवारा जलाशय नहर टूटने की जानकारी मिली है। सर्वेयर ने इस बारे में बताया है। मौका मुआयना कर आवश्यक कार्रवाई की जायगी।
एडी ओझा, ईई जलसंसाधन विभाग

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