कटनी

1345 हेक्टेयर अधिग्रहित करनी है जमीन, छह साल में मिली 380 हेक्टेयर जानिए कारण

जिले के विजयराघवगढ़ तहसील क्षेत्र से सतना-रीवा तक जाने वाली नर्मदा दायी तट नहर की खुदाई का बंद पड़ा काम

कटनीJan 12, 2019 / 12:38 pm

dharmendra pandey

Canal to be constructed at a cost of Rs 175 crore

कटनी. जिले के विजयराघवगढ़ व कटनी मुड़वारा तहसील क्षेत्र के किसानों के खेतों में पानी पहुंचाने के लिए 175 करोड़ रुपये की लागत से शुरू की गई नर्मदा दायी तट नहर की खुदाई का काम दो साल से बंद पड़ा है। कारण कि नहर बनाने के लिए अब तक जिम्मेदार जमीन अधिग्रहित ही नहीं कर पाए हैं। लगभग 1345 हेक्टेयर जमीन की उपलब्धता में 380 हेक्टेयर जमीन छह साल में अधिग्रहित हो पाई।
जानकारी के अनुसार नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण द्वारा तहसील क्षेत्र विजयराघवगढ़ व मुड़वारा कटनी के किसानों के खेतों में पानी पहुंचाने के लिए साल 2012 में नहर खुदाई का काम शुरू कराया गया। मेसर्स एचइएस इन्फ्रा प्राइवेट लिमिटेड हैदराबाद कंपनी को ठेका दिया। 2012 में शुरू हुए नहर खुदाई के काम को 30 माह यानि 2014 में पूरा करना था, काम पूरा नहीं हुआ और समय में वृद्धि कर 24 माह बढ़ाया गया। इसके बाद ठेकेदार को साल 2017 में काम पूरा करना था। इस अवधि में भी काम पूरा नहीं हो सका। जिसके बाद उसे निलंबित कर दिया गया।
57 किमी करनी है खुदाई, हुई सिर्फ 15 किमी की
जिले मुड़वारा व विजयराघवगढ़ विधानसभा क्षेत्र से होकर सतना व रीवा जिले की तरफ जाने वाली नर्मदा दायी तट नहर खुदाई का काम छह साल में सिर्फ 15 किमी का ही हो पाया है। जबकि खुदाई 57 किमी की होनी है। इस नहर से कटनी व सतना जिले की लगभग 26 हेक्टेयर जमीन की सिंचाई होगी। इसमें कटनी मुड़वारा विधानसभा व विजयराघवगढ़ विधानसभा की 26 हेक्टेयर जमीन शामिल है। सतना जिले में 16 हजार 592 हेक्टेयर जमीन में सिंचाई के लिए पानी मिलेगा।
इनका कहना है
ठेकेदार ने काम करने में लापरवाही बरती है। 8 प्रतिशत ही काम किया है। जिस वजह से उसे टर्मिनेट कर दिया गया है। नया टेंडर लगाया जाएगा। टनल निर्माण में देरी होने की वजह से काम रूका हुआ है।
कैलाश चौबे, मुख्य अभियंता, एनवीडीए

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