शहर में 43 डिग्री पर पारा
इस बार गर्म शुष्क हवा के कारण पारा लगातार उछल रहा है, शहर में तापमान 43 डिग्री के आसपास बना हुआ है। सामान्य से 5-6 डिग्री सेल्सियस तापमान ज्यादा बना रहने के कारण भीषण गर्मी हो रही हैं। सुबह 11 बजे से ही सूरज आग उगलने लगता है। तेज धूप से व्यस्क तक बच रहे है। ऐसे में स्कूल जाने की मजबूरी में छोटे बच्चे परेशान हो रहे हैं।
छग में मिल चुकी है राहत
गर्मी तेज होने के साथ छत्तीसगढ़ सरकार ने स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश की घोषणा कर दी है। इसके बाद जिले में अभिभावक भी मप्र सरकार से बच्चों को राहत देने वाले की आस में है। ताकि भीषण गर्मी में स्कूल भेजने और लू से बच्चों को बचाया जा सकें।
जानिये क्या कहते हैं परिजन
दोपहर के समय धूप इतनी तेज रहती है कि बाहर निकलने की इच्छा नहीं होती हैं। उस गर्मी में बच्चें मजबूरी में स्कूल जा रहे है। अब स्कूलों को बंद कर देना चाहिए।
-दीप पंजवानी, अभिभावक
स्कूलों का समय सुबह की पाली में कर दिया गया है। लेकिन छुट्टी होने के समय तक काफी धूप हो जाती है। बच्चे घर आते तक बेहाल हो रहे है। गर्मी की छुट्टी होना चाहिए।
-साक्षी वर्मा, अभिभावक
बच्चों पर रहम खाएं। तापमान 42 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा रहता है। इतनी गर्मी रहती है कि सब परेशान है। ऐसे में प्रायमरी स्कूल में तुरंत ग्राष्मकालीन अवकाश घोषित हो।
-अभिलाष पांडे, अभिभावक
परीक्षा के अलावा बच्चों को अभी स्कूल नहीं बुलाना चाहिए। सभी कक्षाओं के लिए ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित होना चाहिए।
-अनामिका दुबे, अभिभावक
गर्मी इतनी है कि बार-बार गला सूख रहा है। बच्चे पानी नहीं पीना चाहते है। फिर धूप में घर लौटते है। इससे लू लग जाती है। बीमार पड़ रहे है। कम से कम प्रायमरी में तो छुट्टी कर देना चाहिए।
-गीतांजली जैन, अभिभावक