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पहले कैंसर में जा चुकी है मां की जान, अब सड़क हादसे में हुई पिता की मौत, बच्चे काट रहे चक्कर

locationकटनीPublished: Mar 18, 2019 12:24:48 pm

Submitted by:

balmeek pandey

सहायता नहीं मिलने से दर-दर गुहार लगाते भटक रहे नाबालिग बच्चे

Children can not find help amount

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कटनी/उमरियापान. सड़क हादसे में हुई पिता की मौत के बाद बच्चों का हाल बुरा है। परिजनों को सहायता राशि नहीं मिलने से निराश्रित बच्चे परेशान है। बच्चों का न तो कोई देखरेख करने वाला बचा न तो जीवन यापन करने वाला है। पालन पोषण के साधन नहीं होने से तीनों बच्चे ठोकरें खाते हुए मदद की गुहार लगा रहे हैं। पिता की मौत के बाद भगवान ही बच्चों का सहारा बना है।दरशअल बीते दिनों 11 मार्च को ढीमरखेड़ा थाना क्षेत्र के झिंना पिपरिया निवासी शिवनाथ पिता धनीराम गडारी 40 साल बेटी की दवाई लेकर वापस घर लौट रहा था। बांध मोड़ पर अज्ञात वाहन की टक्कर के बाद अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हुई थी।

5 साल पहले कैंसर बीमारी से गई मां की जान
मृतक शिवनाथ के बड़े भाई चम्मू गड़ारी ने बताया कि बच्चों में दो बहन शान्ति (16), सीमा (13) एक बेटा पप्पू (14) वर्ष सभी नाबालिग है। बच्चों की मां बाई कैंसर से पीडि़त थीं। शासन-प्रशासन से बीमारी का इलाज कराने सहायता राशि नहीं मिलने पर पिता ने जमीन और घर बेचकर पत्नी का इलाज कराया। लेकिन 2014 में बीमारी के चलते मां की मौत हो गई। मां की मौत के बाद पिता ही तीनों बच्चों का सहारा बना। एक झोपड़ी में रहते हुए मजदूरी कर पिता ही बच्चों का पालन पोषण करता रहा। बीते दिनों अज्ञात वाहन की टक्कर से पिता की भी मौत के बाद बच्चे अनाथ हो गए। बच्चों के पास जीवन यापन का कोई सहारा नहीं है। 5 साल बीत जाने के बाद शासन-प्रशासन से कोई सहायता नहीं मिलने पर बच्चे मदद के लिए दर-दर भटक रहे है।

इनका कहना है
मामला मेरे संज्ञान में आया है। जनपद पंचायत सीईओ और तहसीलदार को मामले पर नियमानुसार कार्रवाई करते हुए मृतक के परिजनों को सहायता दिलाने के लिये निर्देश दिया है। जल्द ही परिजनों को सहायता राशि दिलाई जाएगी।
देवकीनंदन सिंह, अनुविभागीय अधिकारी ढीमरखेड़ा।

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