इन बच्चों को पानी के खाली बॉटल से लेकर प्लास्टिक की दूसरी सामग्री लेकर बाहर आते हैं। बतादें कि मुंबई और देश के दूसरे ऐसे शहर जिन्हे कोरोना संक्रमण के मामले में हॉटस्पॉट माना गया है। इन शहरों से प्रतिदिन दर्जन भर से ज्यादा श्रमिक स्पेशल ट्रेनें श्रमिकों को घर वापसी में लेकर जा रही हैं। इनमें से कई ट्रेनों में भोजन और पानी की व्यवस्था कटनी स्टेशन में होती है। इन ट्रेनों के खड़ी होने के साथ ही शहर के बच्चों के बेधड़क प्रवेश के बाद कोरोना संक्रमण और एहतियात बरतने पर सावलिया निशान लग रहा है।
श्रमिक स्पेशल ट्रेन के स्टेशन में आने के बाद कोरोना संक्रमण से शहर के नागरिकों को बचाने के लिए रेलवे प्रशासन द्वारा आरपीएफ की तैनाती की गई है। जानकर ताज्जुब होगा कि मुख्य द्वार पर आरपीएफ के जवान किसी भी व्यक्ति यहां तक की मीडिया को प्रवेश नहीं करने दे रहे हैं। इधर कुछ ही दूरी पर बच्चे श्रमिक स्पेशल ट्रेन के खड़ी होने के दौरान अंदर तक जा रहे हैं।
इस बारे में आरपीएफ कटनी के एसआइ धर्मेंद्र पटेल बताते हैं कि श्रमिक स्पेशल ट्रेन के खड़ी होने के दौरान किसी भी बाहरी व्यक्ति का प्रवेश न हो इसके लिए अलग से कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई है। पता करवाते हैं कि बच्चे कैसे प्रवेश कर रहे हैं।